छतरपुर I जिले के नारायणपुरा में खुले बोर में गिरे दीपेंद्र यादव को छह घंटे की मेहनत के बाद रेस्क्यू कर लिया गया है। दोपहर करीब चार बजे पांच साल का दीपेंद्र खेलते-खेलते खुले बोर में गिर गया था। घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीण और पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बच्चे को निकालने की कोशिशें शुरू की गई। उसे पाइप के जरिए ऑक्सीजन दी गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इसका संज्ञान लिया और रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगातार जानकारी लेते रहे। मुख्यमंत्री ने खुद बच्चे की मां से बात की और ढांढस बंधाया। बच्चे को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया है।
एसडीईआरएफ टीमें, पुलिस, होमगार्ड डॉक्टर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए मौके पर पहुंच गए थे। ऑक्सीजन सिलेंडर और इमरजेंसी लाइट्स की व्यवस्था की गई थी। बच्चे की बोरवेल से तस्वीर भी सामने आई थी। उसमें वह स्वस्थ नजर आ रहा था। सागर, जबलपुर, ग्वालियर से टीमें छतरपुर पहुंच गई है। 27 लोगों की एनडीआरएफ टीम लखनऊ से भेजी गई थी। इस दौरान बारिश ने रेस्क्यू अभियान में खलल डाला। इसके बाद भी प्रयास जारी रहे और बच्चे को निकाल लिया गया।
यह घटना ओरछा रोड थाना क्षेत्र के नारायणपुरा और पठापुर के बीच की घटना है। नारायणपुर निवासी अखिलेश यादव का 5 साल का बेटा दीपेंद्र यादव खेत पर खेलते समय खुले पड़े बोर में गिर गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना का संज्ञान लिया है । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्य सचिव , प्रमुख सचिव और कलेक्टर से फोन पर चर्चा की। निर्देश दिए थे कि बच्चे को शीघ्र निकालने की समुचित व्यवस्था की जाए। सीएम मुख्यमंत्री रेस्क्यू ऑपरेशन की लगातार जानकारी ले रहे थे।
एक साल पहले हुआ था बोर
यह बोर एक साल पहले हुआ था। पानी न निकलने पर खुला छोड़ दिया था। कवर करने के लिए कंटीली झाड़ियां लगा दी थी। बारिश से पहले खेत की जुताई कराई तो कंटीली झाड़ियां निकाल दी थी। इससे यह बोर खुल गया था। पास में खेल रहा दीपेंद्र उसमें गिर गया।
डेढ़ साल पहले निकाला था बच्चे को
लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व भी जिले में इस तरह की एक अन्य घटना घटित हो चुकी है। प्रशासन ने बड़ी मेहनत के बाद बच्चे को बाहर निकाला था। बुधवार को खराब मौसम भी रेस्क्यू में बाधा खड़ी कर सकता है।