कोलकाता, एजेंसी। WBSSC Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के कम से कम तीन बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जहां उन्हें कम से कम दो करोड़ रुपये मिले हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुखर्जी की कई ‘शेल कंपनियों’ (Shell Companies) के बैंक खाते भी ईडी की जांच के दायरे में हैं।
बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू
अधिकारी ने कहा, ‘मुखर्जी के तीन बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन खातों में कुल करीब दो करोड़ रुपए मिले हैं। हमें संदेह है कि इन खातों का इस्तेमाल कई लेन-देन के लिए किया गया था। आगे की जांच जारी है।’ उन्होंने कहा कि ‘शेल कंपनियों’ के बैंक खातों को फ्रीज करने का फैसला किया जाना बाकी है।
संबंधित अधिकारियों से मांगा गया बैंक खातों का ब्योरा
अधिकारी ने कहा, ‘हमने संबंधित अधिकारियों से इन बैंक खातों का ब्योरा मांगा है। खातों को देखने के बाद, हम अपनी अगली कार्रवाई के बारे में फैसला करेंगे।’ ईडी ने कहा कि एजेंसी मुखर्जी से यह जानने के लिए पूछताछ जारी रखेगी कि क्या उनके पास और बैंक खाते हैं।
सुबह से मुखर्जी और चटर्जी से चल रही पूछताछ
सूत्रों ने बताया कि चटर्जी के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। मुखर्जी और चटर्जी दोनों से सुबह से पूछताछ चल रही है। चटर्जी, जिन्हें मंत्री और पार्टी पद से हटा दिया गया है और मुखर्जी, जिनके दो फ्लैटों से ईडी ने आभूषण और विदेशी मुद्रा के अलावा 50 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं, 3 अगस्त तक केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में रहेंगे।
22 जुलाई को मुखर्जी और चटर्जी को किया गया गिरफ्तार
पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को 23 जुलाई को स्कूल नौकरियों के घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था, जहां वास्तविक उम्मीदवारों को कथित तौर पर उन नामों से हटा दिया गया था जो मेरिट सूची में नहीं थे। ईडी घोटाले के मनी लान्ड्रिंग पहलू की जांच कर रहा है।
चटर्जी ने साजिश के तहत फंसाने का लगाया आरोप
शुक्रवार को जब दक्षिण कोलकाता के जोका इलाके में ईएसआई अस्पताल ले जाया गया, तो चटर्जी ने आरोप लगाया कि वह ‘साजिश का शिकार’ बन गए हैं। वहीं टीएमसी ने जोर देकर कहा कि वह ‘अपने भाग्य के लिए पूरी तरह जिम्मेदार’ हैं।