नईदिल्ली I केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी से खाड़ी देशों के साथ देश के अच्छे संबंध प्रभावित नहीं होंगे। कोच्चि में पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि पार्टी ने दो नेताओं (नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल) के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए कार्रवाई की है और विदेश कार्यालय ने इस पर स्पष्टीकरण जारी किया है। उन्होंने कहा कि प्रवासी समुदाय के लिए किसी आशंका की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के देशों के साथ देश के मजबूत संबंध बरकरार हैं।
सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा- मंत्री
नवीनतम विवाद के मद्देनजर भारतीय उत्पादों के बहिष्कार के लिए सोशल मीडिया कैंपेन के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि उन्हें इस तरह के किसी भी घटनाक्रम की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘उन्होंने (खाड़ी देशों ने) केवल इस बात का उल्लेख किया है कि ऐसा बयान नहीं दिया जाना चाहिए और तदनुसार, टिप्पणी करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की गई है।’’ गोयल ने कहा, “ये (पैगंबर मोहम्मद पर) टिप्पणी किसी सरकारी अधिकारी द्वारा नहीं की गई थी, इसलिए इसका सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। भाजपा ने अपने पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। विदेश कार्यालय ने इस पर एक बयान जारी किया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “खाड़ी क्षेत्र में रहने और काम करने वाले सभी भारतीय सुरक्षित हैं और उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। इन टिप्पणियों से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है और इससे मोदी सरकार की छवि भी प्रभावित नहीं होगी।” उन्होंने कहा ‘‘विदेश मंत्रालय ने उस टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दिया है। भाजपा ने इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की है। इन सभी देशों के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं और यह संबंध बहुत अच्छे बने रहेंगे।’’
इस्लामिक देशों से आई कड़ी प्रतिक्रिया
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ उनकी कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर कुछ मुस्लिम देशों के विरोध से विवाद बढ़ने पर भाजपा ने रविवार को नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था और दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। मुस्लिम समूहों के प्रदर्शनों, कुवैत, कतर और ईरान जैसे देशों की तीखी प्रतिक्रिया के बीच भाजपा ने एक बयान जारी कर कहा ‘वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है।’
28 मई को एक टेलीविजन डिबेट के दौरान पार्टी प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने पैगंबर के बारे में विवादित टिप्पणी की थी और 1 जून को एक अन्य भाजपा नेता जिंदल ने कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां ट्वीट कीं। इन टिप्पणियों ने कानपुर सहित उत्तर प्रदेश के कई शहरों में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। 5 जून को पार्टी ने दो नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की।
इसलिए केरल सबसे ज्यादा चिंतित राज्य
केरल के पास चिंता करने के पर्याप्त कारण हैं क्योंकि पश्चिम एशियाई देशों में अनिवासी भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा केरल राज्य से है। खाड़ी में काम करने वाले 8.5 मिलियन भारतीयों में से 1.8 मिलियन केरल से हैं। सत्तारूढ़ माकपा और विपक्षी कांग्रेस ने भाजपा नेताओं की टिप्पणी की निंदा की है।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ट्वीट कर कहा, “संघ परिवार ने एक बार फिर अपमानजनक टिप्पणियों के साथ दुनिया के सामने हमारे प्रतिष्ठित धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र को बदनाम किया है। कट्टरता की ताकतों के खिलाफ सर्वसम्मति से आवाज उठाने का समय आ गया है।” विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने कहा, “आप एक ऐसी पार्टी से और क्या उम्मीद करते हैं जो हमारे द्वारा बनाई और पोषित की गई हर चीज को बर्बाद कर रही है।”