कोरबा। मध्य भारत के प्रसिद्ध लेप्रोस्कोपिसर्जन व मैनेजिंग एवं मेडिकल डारेक्टर रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर के डॉक्टर संदीप दवे दो दिवसीय कोरबा प्रवास पर रहे। इस दौरान वे शहर के न्यू कोरबा हॉस्पिटल एनकेएच में 80 – 90 मरीजों का परामर्श दिया जिसमें से 10 आपरेशन महत्वपूर्ण रहें। इस सम्बन्ध में डॉक्टर संदीप दवे ने बताया की कोरबा के दो दिवसीय प्रवास पर आपरेशन में एक ऐसा जटिल आपरेशन किया गया जो कोरबा के इतिहास में पहली बार हुआ है उन्होंने बताया की रामसागर पारा कोरबा निवासी 40 वर्षीय महिला जिसके पित्त की थैली में पथरी एवं गर्भाशय का आकार पेट के आकार से 16 से 18 एमएम बड़ा था ऐसे मरीजों का आपरेशन करना सिमित संसाधनों में असंभव होता है, इस तरह के आपरेशन को बिना चीरा लगाए नहीं किया जा सकता लेकिन इस महिला का बिना आपरेशन किये दूरबीन पद्धति से किया गया पथरी के आपरेशन के दौरान उस महिला का दूसरा आपरेशन बच्चादानी का भी किया गया गर्भाशय का आकार अत्यधिक बड़ा होने के कारण ऑपरेशन काफी जटिल था कोरबा में सिमित संसाधनों में इस तरह का आपरेशन कोरबा के लिए पहला मामला है। कोरबा के डॉक्टरों ने भी माना की इस तरह का आपरेशन कोई सधा हुआ डॉक्टर ही कर सकता है। मसलन जिस डॉक्टर को एक हजार या उससे अधिक आपरेशन का अनुभव हो, डॉ. दवे मध्य भारत के प्रसिद्ध लेप्रोस्कोपिसर्जन हैं जिन्होंने अपने सेवाकाल में 35 हजार से अधिक सर्जरी छत्तीसगढ़ में कर चुके हैं। इस तरह के जटिल आपरेशन अब कोरबा में भी संभव हो गया हैं। जिसमें उन्होंने बच्चादानी, मोटापा, गॉलब्लेडर, हार्निया, लिवर एवं पेट के सभी तरह के आपरेशन शामिल हैं।