बांकी मोंगरा के मुख्य सड़क मार्ग का जीर्णोद्धार करने की मांग को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा श्रृंखलाबद्ध आंदोलन की चेतावनी देने के बाद एसईसीएल प्रबंधन सक्रिय हो गया है और सड़क के गड्ढों को भरने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रबंधन ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए 12 जुलाई को बैठक भी बुलाई है और माकपा नेताओं को वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। एसईसीएल प्रबंधन की इस पहलकदमी का स्वागत करते हुए माकपा ने फिलहाल 11 जुलाई को घोषित “गड्ढा नामकरण” आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की है। पार्टी ने कहा है कि प्रबंधन से वार्ता के नतीजों पर आंदोलन करने का फैसला किया जाएगा।
माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि बांकी मोंगरा मेन माइंस से मेन मार्केट तक चार किमी. लंबी सड़क काफी जर्जर हो चुकी है। यह सड़क ही मड़वाढ़ोढा, पुरैना, गंगानगर, बांकी बस्ती, रोहिना एवं अन्य गांवों को जोड़ती है। बरसात होने पर इस सड़क में पानी भर जाता है और धूप होने पर धूल उड़ती है। इससे आम जनता के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है और लोग काफी आक्रोशित है। माकपा ने जनता की समस्या और आक्रोश को देखते हुए आंदोलन करने की घोषणा की थी, लेकिन 12 जुलाई को एसईसीएल प्रबंधन ने माकपा को वार्ता के लिए बुलाया है। एसईसीएल द्वारा सकारात्मक पहल करने से माकपा ने आंदोलन को स्थगित कर दिया है। माकपा ने कहा कि अगर 12 जुलाई को एसईसीएल द्वारा बुलाई गई बैठक में बांकी मोंगरा की सड़क समस्या का स्थाई हल नहीं निकाला गया, तो 16 जुलाई को चक्काजाम किया जाएगा।