भाजपा के विधान पार्षद हरिनारायण चौधरी का निधन हो गया। बीमार होने पर उन्हें पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां शुक्रवार रात करीब 11 बजे उनका निधन हो गया। रात में ही परिजन पटना से शहर के बंगाली टोला स्थित आवास पर उनके पार्थिव शरीर को लेकर आए। शनिवार को राजकीय सम्मान के  साथ उनका अंतिम संस्कार बूढ़ी गंडक के किनारे स्थित मुक्तिधाम में किया जाएगा। उनके बड़े पुत्र अरुण चौधरी उन्हें मुखाग्नि देंगे।

 

 इससे पहले सुबह में उनके निधन की जानकारी मिलते ही सामाजिक और राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गयी। भाजपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य रामसुमरन सिंह, पूव सांसद व जदयू की जिला अध्यक्ष अश्वमेध देवी, जदयू के प्रदेश महासचिव डॉ दुर्गेश राय, जिला परिषद अध्यक्ष प्रेमलता, जदयू नेता धर्मेंद्र साह आदि पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। 

 

दिवंगत विधान पार्षद के पुत्र तरुण कुमार ने बताया कि कोरोना के एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच में वे निगेटिव मिले थे, लेकिन उनके फेफड़े में डॉक्टर ने संक्रमण बताया था जिसके इलाज के लिए उन्हें पटना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। 

 

दो बार चुने गए एमएलसी
हरिनारायण चौधरी दो बार नगर निकाय कोटे से विधान परिषद के सदस्य चुने गए थे। पहली बार 2003 मे और और दूसरी बार 2015 मे हुए चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी। 2015 में वे राज्य में सबसे अधिक मतों से जीत हासिल करने वाले उम्मीदवार थे। वे तीन बार समस्तीपुर नगर परिषद के चुनाव में वार्ड पार्षद भी चुने गए थे जबकि एक बार उप सभापति के पद को सुशोभित किया था। 

व्यवसाय में भी था बड़ा नाम
दिवंगत विधान पार्षद हरिनारायण चौधरी की शहर के बड़े व्यवसायी के रूप गिनती होती थी। होटल और रेस्टुरेंट के अलावा उन्होंने कई व्यवसाय कर रहा था।