बिहार में शिक्षक बनने के लिए वैकेंसी का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। विधानसभा में राज्य सरकार ने सातवें चरण में 50 हजार शिक्षकों की भर्ती का ऐलान किया है। गुरुवार को शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने शिक्षा बजट पेश करने के दौरान यह घोषणा की। इसमें हेडमास्टर की नियुक्ति भी शामिल है.

हालांकि, बहाली कब से शुरू होगी। इसकी प्रक्रिया क्या होगी। इस बारे में आधिकारिक सूचना अभी नहीं दी गई है। शिक्षा मंत्री ने कहा है कि 50 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। प्राथमिक शिक्षकों के 41 हजार पद पहले ही भरे जा चुके हैं।

नए साल में हेडमास्टर बहाल हो जाएंगे

सरकार प्राथमिक स्कूल, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षकों की बहाली के साथ ही हेडमास्टर की भी बहाली कर रही है। इसे अलग-अलग करके देखें तो प्राथमिक शिक्षकों के 50 हजार पदों, माध्यमिक शिक्षकों के 40,665, उच्च माध्यमिक के 47,896 पदों पर बहाली होगी। यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। 2011 में बच्चों के अनुपात के अनुसार ये रिक्तियां हैं। इसके अलावा सरकार प्राथमिक स्कूलों में 40,518 प्रधान शिक्षक और हाई-स्कूलों में 6421 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति करने जा रही है। कुल मिला कर एक लाख 85 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।

BPSC ने भी निकाली है वैकेंसी

प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति के लिए BPSC ने वैकेंसी निकाल भी दी है। इसके लिए 18 मार्च तक आवेदन किया जा सकता है। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि एक वर्ष के अंदर सरकार सभी प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालयों में पूर्णकालिक प्रधान शिक्षक व प्रधानाध्यापक की नियुक्ति कर लेगी। भास्कर ने इससे जुड़ी योग्यता को लेकर खबर पहले ही प्रकाशित की है। शिक्षा के क्षेत्र में कैरियर बनाने वाले छात्र-छात्राओं के लिए सरकार इस साल बड़ा अवसर सरकार देने जा रही है।

सातवें चरण की नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव तय

सरकार सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया में बदलाव ला सकती है। सातवें चरण की वैकेंसी के सेंट्रलाइज होने की पूरी उम्मीद है। शिक्षा मंत्री ने एसटीईटी को लेकर भी स्थिति एक बार फिर स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पात्रता परीक्षा है। जिन लोगों ने यह परीक्षा पास कर ली है, वे अगले चरण की नियुक्ति में आवेदन कर सकते हैं। मेरिट में आने पर उनकी नियुक्ति होगी।