Birbhum Violence Case बीरभूम कांड में एक बेहद ही सनसनीखेज खुलासा हुआ है। फोरेंसिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट में कहा गया है कि बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में जिंदा जलाए गए तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत आठ लोगों को नरसंहार से पहले बुरी तरह पीटा गया था। उनकी पोस्टमार्टम जांच में यह खुलासा हुआ है।
एक अधिकारी ने रामपुरहाट अस्पताल से समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों के शुरुआती निष्कर्षों के अनुसार, पीड़ितों को पहले बुरी तरह पीटा गया और फिर जिंदा जला दिया गया। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने मंगलवार तड़के अज्ञात लोगों द्वारा कथित तौर पर आग लगाकर जला दिए गए लोगों के शवों का परीक्षण किया था।
20 लोगों को गिरफ्तार किया गया
घटना के संबंध में अब तक कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रामपुरहाट के बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के करीब एक दर्जन मकानों में कथित तौर पर आग लगा देने से दो बच्चों समेत कुल आठ लोगों की जलकर मौत हो गयी। यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के नेता भादू शेख की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई।
पेट्रोल बम से हमला कर आग लगा दी गई थी
तृणमूल कांग्रेस के नेता की हत्या के बाद रामपुरहाट शहर के बाहरी इलाके में स्थित बोगतुई गांव में करीब एक दर्जन मकानों पर कथित तौर पर पेट्रोल बम से हमला कर आग लगा दी गई थी। ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ लोगों ने अपने नेता की हत्या के प्रतिशोध में मकानों में आग लगा दी।
पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य सरकार ने कथित रूप से लापरवाही बरतने के आरोप में कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्धारित दौरे के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए रामपुरहाट में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हेलीपैड के आसपास सीसीटीवी लगाए गए हैं, जहां मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरेगा।
बोगतुई गांव जाने से पहले ममता बनर्जी पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय सहित कई अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। बाद में वह घायल लोगों से मिलने रामपुरहाट अस्पताल भी जा सकती हैं।
कांग्रेस की बंगाल इकाई के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पांच-सदस्यीय केंद्रीय टीम भी बोगतुई गांव का दौरा करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल के क्यों न हों। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन हत्याओं को जघन्य अपराध करार देते हुए कहा है कि दोषियों को माफ नहीं किया जाना चाहिए।
पश्चिम बंगाल सरकार ने घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) ज्ञानवंत सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।