दिल्ली। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या के बाद देश में राष्ट्रीय शोक देखा गया जिसके बाद लाल किला, राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुकाया गया। शिंजो आबे की हत्या कल 8 जुलाई को एक व्यक्ति द्वारा गोली मारकर की गई थी। बता दें कि कल जापान के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली नेताओं में शुमार पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार को एक चुनावी सभा के दौरान भाषण देते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। पूरी दुनिया इस घटना को लेकर सकते में है। अमेरिका, भारत, पाकिस्तान समेत कई देशों ने दुख की इस घड़ी में अपनी संवेदनाएं जताने के साथ ही जापान की जनता के साथ एकजुटता प्रदर्शित की है। दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक माने जाने वाले जापान में इस घटना ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है, जहां बंदूक नियंत्रण संबंधी कड़े कानून हैं। आबे 67 साल के थे। अधिकारियों ने बताया कि आबे को देश के पश्चिमी हिस्से के नारा में भाषण शुरू करने के कुछ मिनटों बाद हमलावर ने पीछे से गोली मार दी। आबे को तुरंत विमान से अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी सांस नहीं चल रही थी और उनकी हृदय गति रुक चुकी थी। ‘ब्लड ट्रांसफ्यूजन’ समेत आपात उपचार के प्रयास के बाद अस्पताल के डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नारा मेडिकल यूनिवर्सिटी के आपातकालीन विभाग के प्रमुख हिदेतादा फुकुशिमा ने कहा कि हमले में आबे के दिल को बड़ा नुकसान हुआ, साथ ही गर्दन में जख्म के दो निशान बन गए। धमनी क्षतिग्रस्त हो जाने से काफी रक्तस्राव हुआ। फुकुशिमा ने कहा कि जब आबे को अस्पताल लाया गया तो उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और उनके महत्वपूर्ण अंग फिर से सक्रिय नहीं हो पाए।
पुलिस ने घटनास्थल पर ही संदिग्ध हमलावर को गिरफ्तार कर लिया। नारा की पुलिस ने हत्या की कोशिश के लिए एक संदिग्ध को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की और उसकी पहचान तेत्सुया यामागामी (41) के तौर पर की। यामागामी 2000 में तीन साल के लिए ‘मेरिटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स’ में सेवाएं दे चुका है। पुलिस ने कहा कि आरोपी ने जिस बंदूक का इस्तेमाल किया उसे उसने घर पर ही बनाया था। यह हथियार 15 इंच लंबा था। पुलिस ने आरोपी के एक कमरे के फ्लैट पर छापेमारी में इसी तरह के हथियार और आरोपी का निजी कंप्यूटर भी जब्त किया।