मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार शाम नई सरकार चलाने के लिए मंत्रियों की एक टीम चुनने पर चर्चा की। हालांकि, विभागों के आवंटन को शुक्रवार को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है, क्योंकि दोनों नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आलाकमान से मिलने के लिए दिल्ली जा रहे हैं।

भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि अंतिम निर्णय पार्टी नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा, लेकिन शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट को 14 मंत्रालयों की पेशकश की गई थी और बाकी 28 बीजेपी पास होंगे। बर्थ बांटते समय जाति और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने की कोशिश की जाएगी।

बीजेपी के एक नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि एकनाथ शिंदे बीजेपी कोटे से बच्चे काडू और निर्दलीय जैसे छोटे सहयोगियों को कैबिनेट में समायोजित करना चाहते थे।

शिंदे गुट में 9 पूर्व मंत्री
मुख्यमंत्री शिंदे के सामने समस्या यह है कि कुल 40 विधायकों में से नौ पिछली महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में मंत्री थे। इस तरह वह नई सरकार में अधिक से अधिक विधायकों को समायोजित करने के लिए अधिक विभागों पर जोर दे रहे हैं। शिंदे खेमे के एक नेता ने यह बात कही है।

बीजेपी अपने पास रख सकती गृह और वित्त विभाग
इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि भाजपा अपने पास गृह, वित्त, राजस्व, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग और ग्रामीण विकास जैसे विभागें रख सकती है। शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को शहरी विकास, लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन और स्कूली शिक्षा विभाग मिल सकते हैं।

इस बीच एमवीए घटक (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस और सेना) के राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए 17 जुलाई को मिलने की उम्मीद है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के भी 14 जुलाई को महाराष्ट्र का दौरा करने और सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों से मिलने की संभावना है।

30 जून को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद शिंदे और फडणवीस ने 4 जुलाई को विधानसभा में आसानी से विश्वास मत हासिल कर लिया है।