नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान शांता रंगास्वामी ने मिताली राज को महिला क्रिकेट की ‘सचिन तेंदुलकर’ करार दिया। रंगास्वामी ने मिताली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन के रेकॉर्ड को लंबे समय तक बरकरार रहने की उम्मीद जताई। मिताली राज के नाम पर महिला वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड पहले से ही दर्ज था। उन्होंने शनिवार को सभी प्रारूपों में मिलाकर सर्वाधिक रन बनाने का इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्ड्स का रेकॉर्ड तोड़ा। अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में केवल इन्हीं दो खिलाड़ियों ने 10,000 से अधिक रन बनाए हैं।

आपको बता दें कि भारत की टेस्ट और वनडे कप्तान मिताली राज ने ने 50 ओवरों के प्रारूप में 51.80 की औसत से रन बनाए हैं। बीसीसीआइ की शीर्ष परिषद की सदस्य शांता रंगास्वामी ने कहा कि उनके रिकॉर्ड ही सारी कहानी बयां करते हैं। उन्होंने जो हासिल किया है वह महान सुनील गावस्कर और सचिन तेंडुलकर की उपलब्धियों के बराबर है। मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं कि वह लंबे समय तक पर शीर्ष पर रहेंगी। मुझे नहीं लगता कि हाल फिलहाल उनका रिकॉर्ड टूट पाएगा।

मिताली ने शनिवार को अर्धशतक जमाकर तीसरे वनडे में भारत को इंग्लैंड पर जीत दिलाई थी। भारत की बाकी बल्लेबाजों के प्रदर्शन के अलावा मिताली के स्ट्राइक रेट पर भी सवाल उठाए गए लेकिन शांता को लगता है कि इस तरह की आलोचना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि स्ट्राइक रेट तभी मायने रखता है जबकि सभी बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे को छोड़ दिया जाए तो इस सीरीज में बमुश्किल ही उन्हें किसी अन्य बल्लेबाज का साथ मिला। यदि वह नहीं होती तो टीम 200 रन तक पहुंचने के लिए भी संघर्ष करती नजर आती।

भारतीय महिला बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन पर शांता ने कहा कि ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा को तीसरे नंबर पर उतारा जा सकता है। पहले मैच में पूनम राउत और बाकी दो मैचों में जेमिमा रोड्रिग्स इस नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरी थी लेकिन वह प्रभाव छोड़ने में नाकाम रही थी। शांता ने कहा कि वो अभी युवा है और जल्द ही रन बनाना शुरू कर देंगी। पूनम राउत ने भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन यदि उन्हें लगता है कि तीसरे नंबर पर बदलाव जरूरी है तो दीप्ति अच्छी विकल्प हो सकती हैं।