UP police constable recruitment paper leak case :उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में जल्द ही बड़ी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त संदेशों के बाद इस मामले में कई स्तरों पर जांच तेज हो गई है। एक अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ गैंग की तलाश में जुट गई है। जीरो टालरेंस के तहत पुलिस आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई भी कर सकती है।
परीक्षा निरस्त करने और छह माह के अंदर दोबारा परीक्षा कराने के मुख्यमंत्री के फैसले से भर्ती बोर्ड के सामने दोहरी चुनौती आ गई है। एक तरफ उसे परीक्षा व्यवस्था में खामियों की तलाश कर दोषियों पर कार्रवाई करनी है तो दूसरी तरफ नए सिरे से परीक्षा के आयोजन की व्यवस्था करनी है। भर्ती बोर्ड अभ्यर्थियों के प्रत्यावेदन और उसके साथ दिए गए साक्ष्यों के आधार पर पेपर लीक के बारे में जानकारी जुटा रहा है। इसके साथ ही एसटीएफ के अलावा जिलों की पुलिस भी अपने स्तर से परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोहों की छानबीन कर रही है।
शनिवार की रात नीरज यादव नाम के उस अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसने लखनऊ में कृष्णानगर स्थित मॉडर्न अकेडमी स्कूल से गिरफ़्तार परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार को परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर व्हाट्सएप भेजा था। नीरज ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसे जो हल पर्चा मिला था, वह मथुरा के एक व्यक्ति ने उपलब्ध कराया था। इसके बाद उसने सत्य अमन से सौदा कर 18 फरवरी को दूसरी पाली की परीक्षा में उसे उत्तर भेजे थे। रात में ही एसटीएफ ने नीरज से पूछताछ के बाद मथुरा में अपनी टीमों को सक्रिय कर दिया। वह किसी भी तरह पेपर लीक मामले की तह तक पहुंच कर इसके मास्टर माइंड को खोजने में जुटी है। इसके अलावा परीक्षा से पहले और परीक्षा के दौरान गिरफ्तार किए गए सॉल्वर गैंग के सदस्यों से भी सख्ती से पूछताछ की जा रही है। परीक्षा की गोपनीय प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी भी रडार पर हैं।