जयपुर। राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच जंग खत्म नहीं हुई है। अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट का नाम लेते हुए आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ मिलकर उन्होंने राजस्थान में कांग्रेस सरकार गिराने की कोशिश की थी। गहलोत दरअसल राजस्थान के 13 जिलों में पानी न आने के मसले पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। इसी दौरान उन्होंने शेखावत और सचिन पायलट के बीच गठजोड़ होने की बात कह दी। गहलोत के इस बयान के बाद एक बार फिर राजस्थान में पायलट के साथ उनकी तनातनी के आसार दिख रहे हैं।

राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन अशोक गहलोत का सचिन पायलट के बारे में दिया गया ताजा बयान साबित कर रहा है कि राज्य में अभी भी दोनों के बीच टकराव है। ये टकराव चुनाव के वक्त कांग्रेस को नुकसान भी पहुंचा सकता है। सचिन पायलट कई बार संकेतों में कह चुके हैं कि राजस्थान में दोबारा सरकार बनने की राह बहुत कठिन है। पिछले दिनों सचिन ने बयान दिया था कि राजस्थान में सरकार रिपीट नहीं होती। इसे लेकर भी काफी दिनों तक चर्चा होती रही थी कि आखिर पायलट ने ये बयान क्यों दिया।

बता दें कि जुलाई 2020 में सचिन पायलट और उनके साथी कई विधायकों ने अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर दिया था। सचिन पायलट उस वक्त राजस्थान के डिप्टी सीएम थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद भी उनके ही पास था। उस वक्त लग रहा था कि गहलोत की सरकार नहीं बचेगी, लेकिन किसी तरह कांग्रेस आलाकमान ने हालात को संभाला। उसके बाद ही सचिन पायलट से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और डिप्टी सीएम का पद छीन लिया गया था। तभी से अशोक गहलोत और पायलट के बीच तनातनी जारी है।