नई दिल्ली। कोरोना के चलते ऑक्सीजन संकट का सामना कर रहे देश के लिए रेलवे भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आज सुबह तक रेलवे की तरफ से 450 टन ऑक्सीजन भारत पहुंचाई गई है। रेलवे द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि इसके अलावा, 90 टन से अधिक ऑक्सीजन वाले 6 लोडेड टैंकर वर्तमान में बोकारो से जबलपुर और मंडीदीप (भोपाल के पास) तक पहुंचाए जाएंगे। वहीं 3 टैंकर बोकारो से आज यूपी के लिए ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करेंगे।
संकट की इस घड़ी में अन्य देशों ने बढ़ाया हाथ
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ ट्रेन के हर टैंकर में करीब 16 टन चिकित्सीय ऑक्सीजन आ सकती है और यह ट्रेन करीब 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रकार की पहली ट्रेन को 19 अप्रैल को सेवा में लगाया गया था। बता दें कि इस वक्त पूरा देश कोरोना की मार झेल रहा है। संकट की इस घड़ी में दुनिया के तमाम देशों ने भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
तूतीकोरिन में वेंदाता स्टलाइट प्लांट को फिर खोलने की इजाजत
तमिलनाडु सरकार ने तूतीकोरिन में वेंदाता स्टलाइट प्लांट को फिर से खोलने की इजाजत भी दे दी है। फिलहाल चार महीने के लिए ही इन प्लांट को खोला जाएगा। यानी एक बार फिर से यहां से ऑक्सीजन उत्पादान शुरू हो सकेगा।
बरती जा रही सख्ती
बता दें कि देश में लगातार कई दिनों से तीन लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसे में सरकार भी काफी चिंतित है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश के अधिकतर राज्यों में वीकेंड लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया है। कोरोना की इस दूसरी लहर में लोगों को लगातार एहतियात बरतने को कहा जा रहा है। हालात प्रत्येक दिन बिगड़ते जा रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी से लोगों की जाने की खबरें सुनने को मिल रही है।
देश में कुल इतने लोग संक्रमित
ताजा आंकड़ों की बात करें तो अब तक देश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1,76,36,307 हो गया और मृतकों की संख्या 1,97,894 हो गई है। मंत्रालय के अनुसार, अभी देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 28,82,204 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,45,56,209 है।