वन विभाग की एक और लापरवाही; बेलगाम हुआ हाथी, आतंकित हाथी से बचने पैराशूट में छिपी 70 वर्ष की महिला को बना दिया फुटबाल, हुई दर्दनाक मौत, यद्यपि वन विभाग ने बुजूर्ग के परिवार को 25 हजार रुपए की तत्काल सहायता राशि दे दी है, परन्तु प्रतिदिन देखने को मिल ऐसा घटनाओं को रोकने विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है, इसलिए क्षेत्र में आए दिन हाथी का आतंक मचा है।
वन विभाग की लापरवाही से पैरावट में छिपी 70 साल की महिला को, हाथी ने पैर से ठोकर मारकर छीन ली उसकी जिंदगी, हाथी के पैर लगने पर महिला ने चिल्लाई, पर गजराज के आगे चिल्लाना उसके जीवन का काल बन गया। और आवाज भी हमेशा के लिए बंद हो गई।
कोरबा जिला के कटघोरा वन मण्डल में बुधवार देर रात हाथी ने एक बुर्जुग महिला को पटक-पटक कर मार डाला। बस्ती में घुसे हाथियों से बचने के लिए लोग भाग रहे थे। इस दौरान एक परिवार ने बुजुर्ग महिला को बचने के लिए पैरावट में छिपा दिया। हाथी का पैर लगने पर महिला चिल्लाई तो हाथी ने उसे फुटबॉल की तरह किक मारकर जान ले ली।
यहां पर यह प्रशन उठना स्वाभाविक है कि जब गांव में हाथियों का प्रवेश हुआ है तो विभाग को इसकी जानकारी जरूर मिली होगी फिर भी तत्काल सहायता के लिए विभागीय सुरक्षा दस्ता का न पहुंच पाना ग्रामीण की मौत बन गई। बाद में घटना स्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम ने हाथियों को जंगल की ओर भगाया, जब तक एक ग्रामीण महिला की जान जा चुकी थी।
जानकारी के मुताबिक, पोड़ीकला पंचायत के ग्राम तुमाबहार में गुरुवार देर रात हाथियों ने धावा बोल दिया। शोर सुनकर लोग जागे तो हाथियों को देख जान बचाकर भागने लगे। इस दौरान गांव की 70 साल की महिला कुंवरिया को गोद में उठाकर उसके परिजनों ने भी भागने का प्रयास किया। थोड़ी दूर जाने पर थके तो महिला को धान के पैरावट में छिपा दिया। इस दौरान एक हाथी का पैर पैरावट में गया तो हाथी के भारी भरकम पैर लगने से बुजुर्ग कुंवरिया चिल्लाने लगी।
इस पर हाथी ने उसे पहले पैरों से मारी। इस पर वह दूर जाकर गिरी। इसके बाद हाथी उसे कुचलने के लिए दौड़ा लेकिन शोर सुनकर दूसरी ओर मुड़ गया। हाथियों के जाने के बाद परिजन दौड़कर वृद्धा के पास पहुंचे तो वह घायल हालत में पड़ी हुई थी। इस पर उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल वन विभाग की टीम ने परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि के तौर पर 25 हजार रुपए दिए हैं।