जयपुर

राजस्थान में एक कपल ने विदेशी सब्जियां उगाकर एग्रीकल्चर एक्सपर्ट को हैरान कर दिया है। वे सब्जियों के अलावा ऐसे फ्रूट की भी खेती कर रहे हैं, जिनकी पैदावार राजस्थान में संभव नहीं थी। पोस्ट ग्रेजुएट कपल का मैनेजमेंट भी ऐसा है कि IAS अधिकारी स्टडी के लिए इनके फर्म पर आते हैं।

यह कपल है गंगाराम सेपट और सुमन सेपट। जयपुर जिले के जोबनेर तहसील के कालख गांव में पति-पत्नी ने मॉर्डन खेती का मॉडल तैयार किया है। गंगाराम की 2016 में सरकारी टीचर ग्रेड-थर्ड की नौकरी लगी थी। उन्हें भीलवाड़ा पोस्टिंग दी गई, लेकिन पत्नी के साथ इस फार्म को संभालने के लिए उन्होंने जॉइन नहीं किया था। दोनों ने मॉडर्न तकनीक से खेती करके इसे मुनाफे का सौदा बना दिया है। इनके फार्म में स्ट्रॉबेरी से लेकर ब्रोकली और जापान के बागच्यू और लेट्यूस सहित कई विदेशी सब्जियों की पैदावार होती है।

हर साल 30 लाख की कमाई
सेपट दंपती मॉडर्न फार्म पर खुले में स्ट्रॉबेरी की खेती कर साल में तीन बार फसल लेते हैं। पॉली हाउस के कंट्रोल्ड एनवायरमेंट में विदेशी खरबूजे पहली बार लगाने का प्रयोग किया, जो सफल साबित हुआ है। स्ट्रॉबेरी की खेती का प्रयोग सफल होने के बाद अब लार्ज स्केल पर इसे उगाने का प्लान है। सारी फसलों को मिलाकर वे हर साल 30 लाख की कमाई कर लेते हैं।

ऑर्गेनिक अनाज, सब्जियों की पैदावार के साथ इफको से करार
गंगाराम के फार्म पर ओपन में उगाए जाने वाली फ्रूट, सब्जियों में केमिकल फर्टिलाइजर की जगह ऑर्गेनिक खाद और बायो फर्टिलाइजर इस्तेमाल किए जाते हैं। उन्होंने फार्म पर बायो फर्टिलाइजर की लैब बना रखी है। इफको जैसी प्रतिष्ठित संस्था ने भी उनके साथ करार कर रखा है। फार्म पर बने पॉली हाउस के पास ही लाखों लीटर पानी स्टोर करने का फार्म पॉन्ड बना रखा है। पॉली हाउस से बारिश का पानी सीधे पॉन्ड में स्टोर होता है। इस पानी में सात नस्ल की मछलियां पाल रखी हैं।

दोस्त की सलाह पर स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की
गंगाराम सेपट ने बताया कि मेरा शुरू से मॉडर्न फार्मिंग की तरफ रुझान था। ट्रेडिशनल क्रॉपिंग पैटर्न के साथ मॉडर्न फार्मिंग फायदे का सौदा है। स्ट्रॉबेरी के लिए दोस्त ने सलाह दी थी। गंगाराम की पत्नी सुमन ने बताया कि यहां खेत पर ही हम इतनी इनकम कर रहे हैं कि नौकरी के बारे में सोचने की जरूरत ही नहीं पड़ी। मैं यहां फार्मिंग मैनेजमेंट संभालती हूं। गंगाराम के बड़े भाई दुर्गालाल सेपट और उनकी पत्नी कविता सेपट भी फार्म मैनेजमेंट में पूरा सहयोग करते हैं। सुमन और कविता आपस में बहनें हैं।

आईएएस की टीम ने दो महीने पहले किया था विजिट
गंगाराम और सुमन लगातार एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं। वे फिलहाल ऑर्गेनिक खेती पर फोकस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पॉली हाउस के अंदर कंट्रोल एनवायरमेंट में की जा रही मॉडर्न खेती की तकनीक को देखने दिसंबर में 18 आईएएस की टीम ने भी दौरा किया था। सेपट को इनोवेशन के लिए केंद्र और राज्य सरकार के कई अवॉर्ड मिल चुके हैं।