• हितग्राहियों में दहशत का माहौल कोवेक्सीन और कोवीशील्ड के झमेले से परेशान लोग

वेक्सीन का दूसरा डोज लगवाने के लिए 12 जून को पहुंचे 18+के  हितग्राहियों को वेक्सीनेशन सेन्टर से बिना वेक्सीन लगवाये ही घर वापस लौटना पड़ा। मामला अत्यन्त गंभीर है,वैक्सीन सेन्टर पर मौजूद नर्स सहित रिकार्ड दर्ज करने वाले वेक्सीनेशन सेन्टर पर 10 मई को कार्यरत कर्मी के लापरवाही का के संबंध में मेडिकल आफिसर डाक्टर एच पी कंवर ने बताया, कि उक्त दिनांक को 1 शीसी को वेक्सीन और 9 शीसी कोवी – शील्ड का कुल 101 डोज लगाने हेतु रिकॉर्ड में दर्ज है।

दीपका वेक्सीनेशन सेन्टर पर वेक्सीन के दूसरा डोज लगवाने गये  18+ के प्रमोद तिवारी निवास MD- 52,  प्रशांत मिश्रा प्रगतिनगर और सौरभ पाण्डेय MQ884 ने बताया कि हम सभी को 10 मई को लगाया गया कोवैक्सीन के पहली डोज के आधार पर एक माह बाद दूसरा डोज लगवाने को आज यहां बुलाया गया था, परन्तु

उन्हें 10 मई को वेक्सीन लगने के बाद दिए पर्ची में और 10 मई को लगाये गये वेक्सीन के आफिस रिकार्ड में अन्तर है,

 स्थिति यह बन गया है कि 10 मई को किस हितग्राही को कौन सा वैक्सीन का पहला डोज लगा है और उन्हें कौन सा वेक्सीन कब लगेगी मेडिकल आफिसर भी बताने में कन्फ्यूज हैं, निर्णय लेने में असमर्थ हैं।

ऐसे में अगर किसी हितग्राही पर दूसरा व सही वेक्सीनेशन डोज का सही समय पर नहीं लगने से कोई अनहोनी घटना घट जाती है तो, कौन जिम्मेदार होगा।

यहां तक कि रिकार्ड में दर्ज आंकड़ों को लेकर, हितग्राही जनता आशंकित होकर दूसरा डोज लगवाने से ही कतराते दिख रहे हैं।