अंबिकापुर। सरगुजा के शिमला कहे जाने वाले मैनपाट में हाथियों का आतंक जारी है. इसी कड़ी में रविवार रात हाथियों के दल ने नर्मदापुर कांड राजा नंदिई ग्राम में एक ग्रामीण के घर को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया. गनीमत रही की हाथियों की धमक सुनते ही ग्रामीण मनोज यादव अपने परिवार के सदस्यों से घर को छोड़कर चले गए थे.
सवाल यह है कि जब वन विभाग की टीम इन हाथियों को लगातार वॉच कर रही है, तो फिर भी इस तरह की घटनाएं क्यों घट रही हैं. अभी 2 दिन पूर्व ही हाथियों के दल के आसपास विचरण कर रहे एक घोड़े को दल से अलग हुए दंतैल ने पटक कर उसके शरीर में दांत गड़ाकर जान ले ली थी. हाथी अपनी राह में पड़ने वाले किसी को भी नहीं बख्शते हैं. चाहे वह घोड़ा हो या इंसान.
और हर बार वन विभाग के अधिकारियों की एक ही बयान होता है कि हम इस पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है. पर अगर नजर बनाई हुई है तो ऐसी घटनाएं क्यों घटती है. इस तरह की लापरवाही आने वाले समय में या तो हाथी की जान लेगी या तो इंसानों की जान लेगी.