कोरबा (नवऊर्जा)। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व-विद्यालय के तत्वाधान में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी लीना बहन के सानिध्य में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भगवत गीता ज्ञान कथा कोहडिय़ा में शुभारम्भ कलश यात्रा निकालकर किया गया।
तपस्विनी ब्रह्माकुमारी लीना बहन ने कहा कि गीता ज्ञान में वर्णित युद्ध सम्पूर्ण रूप से अहिंसक हैं। कौरव पाण्डव तो एक प्रतीक हैं। वास्तव में यह युद्ध आसुरी और दैवी संस्कारों के मध्य अंतरमन में चलता है। जो व्यक्ति अपने आसुरी संस्कारों को जीत लेता है, वह स्वर्ग में भी देव पद प्राप्त करने के योग्य बन जाता है। जहॉं भगवान ने स्वधर्म के आधार पर युद्ध करने की प्रेरणा दी है कि कैसे हर परिस्थिति में विजयी बनें, इसका विष्वास भी दिलाया। जो कुरूक्षेत्र है, वह दैवी और आसुरी संस्कार के बीच में है। हमें अपने जीवन को आसुरी संस्कारों से मुक्त कर दैवी संस्कारों से भरपूर करना है। जिससे हम अपने जीवन के हर संघर्ष में विजयी हों सकें। यह है पहले और दूसरे अध्याय का सार। महापौर राजकिशोर प्रसाद ने अपनी शुभकामनायें व्यक्त करते हुए कहा कि मैं अपने को सौभाग्यशाली समझता हूंॅ, जो इस तरह के कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ है। जो आज सामने कथा सुन रहें हैं, उनको तो लाभ मिलेगा ही, लेकिन जो दूर बैठे भी आवाज से सुन रहें हैं वे भी लाभान्वित होगें। कर्म का सिद्धान्त अटल और निश्चित है, जिसका फल अवश्य प्राप्त होता है। भागवद् कथा के श्रवण से कई जन्मों का भाग्य जमा हो जाता है। पूर्व संसदीय सचिव लखनलाल देवांगन ने कहा कि हमारी धर्म संस्कृति को बचाने का माध्यम है, इस तरह के आयोजन से छोटे बच्चे चरित्रवान और संस्कारवान बनेगें। पूर्व गर्वनर लायंस क्लब एम.डी. माखीजा ने कहा कि आपको भाशा न भी समझ में आये, लेकिन भाव को समझें, तो भी मन को शांति मिलेगी। मुझे विश्वास है कि कथा श्रवण से पूरा क्षेत्र की, कलह पीड़ा समाप्त हो जायेगी। शांति, प्रेम और आनंद का वातावरण बनेगा।
पार्षद नरेन्द्र देेवांगन ने कहा कि पीपर पारा कोहडिय़ा में ब्रह्माकुमारी आश्रम स्थापित हुआ है और इस तरह के कार्यक्रम से समस्त स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा। वार्ड वासियों से अनुरोध है कि कथा का रसपान कर, इसका सम्पूर्ण उठायें। सभी ने कार्यक्रम की सफलता के लिये अपनी शुभकामनायें व्यक्त कीं। कथा के श्रवण के लिये नगरवासी दोप. 3.00 बजे से सायं 6.00 बजे तक दिनांक 26 दिसम्बर तक आ सकते हैं।