बाद में रखने के लिए मांगा दहेज; 11 महीने पहले हुई थी शादी…

ग्वालियर/ ग्वालियर में एक 20 साल की नवविवाहिता को पति की मौत के 2 दिन बाद ही सास-ससुर ने मनहूस कहकर घर से निकाल दिया। बहू ने बार-बार कहा कि मैं अपने पति की यादों के सहारे जीवन गुजार लूंगी, लेकिन सास ने एक नहीं सुनी। मायके वाले जब पहुंचे और समाज की दुहाई दी तो ससुराल वालों ने पैसों की मांग की। घटना मई 2021 की है। पुलिस ने मंगलवार को मोहना थाने में बहू की शिकायत पर सास-ससुर, देवर के खिलाफ घरेलू हिंसा व दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया है।
ग्वालियर के लोहागढ़ में रहने वाली 20 साल की प्रीति पुत्री कल्याण सिंह धाकड़ की शादी 1 जून 2020 मोहना निवासी रामअवतार धाकड़ से हुई। 1 मई 2021 को पेट दर्द और घबराहट के चलते अचानक रामअवतार की मौत हो गई। रामअवतार का अभी चौथा भी नहीं हुआ था कि 3 मई को प्रीति को उसकी सास बैजंती, ससुर रमेश, देवर अरविन्द और सुग्रीव ने आधी रात को धक्के देकर घर से निकाल दिया। बहू को घर से निकालते समय सास ने प्रीति को कहा कि तुम मनहूस हो, तुम्हारे कारण मेरे बेटे की मौत हुई है। इस पर बहू ने बार-बार सास-ससुर से गुजारिश की कि उसे इसी घर में रहने दें। रिश्ता चाहे कम समय का रहा हो, लेकिन इस घर में उसके पति के साथ की यादें थीं। इन यादों के सहारे वह आगे का जीवन जी लेगी, लेकिन किसी को उस पर रहम नहीं आया। उसे धक्के मारकर घर से निकाल दिया। घर से निकाले जाने के बाद पीड़िता अपने मायके पहुंची। समझाने पहुंचे तो रखी दहेज की डिमांड बेटी को इस तरह पति के चौथे से पहले ही घर से निकाल देने पर प्रीति के माता-पिता व भाइयों ने उसके ससुराल पहुंचकर बातचीत कर मामले को सुलझाने की कोशिश की। उन्होंने बेटी के ससुराल पक्ष को समझाया कि अभी रामअवतार की मौत को सिर्फ 2 दिन हुए हैं। ऐसे में समाज क्या कहेगा। इस पर सास-ससुर ने दहेज की मांग की। आरोप है कि शादी के बाद से ही सास-ससुर कम दहेज लाने के लिए प्रीति को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना भी देते थे। उधर, जब ससुराल पक्ष प्रीति को रखने पर राजी नहीं हुआ तो नवविवाहिता को मोहना थाने में मामले की शिकायत करनी पड़ी। जिस पर पुलिस ने सास-ससुर व दो देवर पर दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया है। आरोपी पक्ष का है कहना इस मामले में लड़की के देवर सुग्रीव सिंह का कहना है कि हमने भाभी को घर से नहीं निकाला है। उनके मामा, पापा और भाई खुद ले गए थे। हम पर झूठा मामला दर्ज कराया गया है।