दौसा I राजस्थान के दौसा में थर्माकोल गोदाम में लगी ने आग ने क्रूड ऑयल चोरी का बड़ा खुलासा किया है। क्रूड ऑयल थर्माकोल फैक्ट्री की आड़ में चोरी किया जा रहा था। करीब दो साल से यह गोरखधंधा चल रहा था और किसी को इसकी भनक नहीं थी। आइए आपको बताते हैं कि इस गोरखधंधे का खुलासा कैसे हुआ?

आग नहीं बुझी तो हुई आशंका 
दरअसल, जिले के महुआ थाना इलाके के थर्माकोल गोदाम में  शनिवार सुबह 3 बजे आग लग गई थी। करीब 13 घंटे बाद इस आग पर काबू पाया जा सका था। आग इतनी भीषण थी कि 500 मीटर दूर से इसकी लपटें देखाई दे रहीं थी। आग बुझाने के लिए दमकल की लगभग दो दर्जन गाड़ियों ने 150 से अधिक चक्कर लगाए। आग इतनी भयानक थी कि गोदाम की छत और दीवारें भी पिघल गईं।

गोदाम का खड़ा एक ट्रक भी आग की तपन नहीं झेल सका और वह भी पिघल गया। आग पर काबू पाने के दौरान दमकल कर्मचारियों ने देखा कि गोदाम में एक जगह लगातार आग जल रही है। काफी प्रयास के बाद भी वहां लगी आग काबू में नहीं आ रही थी। इस दौरान सामने आया कि गुजरात-मथुरा क्रूड आयल पाइप लाइन भी इसी गोदाम से होकर गुजर रही है। ऐसे में पुलिस को आशंका हुई कि यहां से क्रूड ऑयल चोरी किया जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो गोदाम में एक सुरंग सामने आई।

15 फीट गहराई में 200 फीट लंबी सुरंग खोदी 
पुलिस के अनुसार गोदाम में 15 फीट गहराई में एक सुरंग खोदी गई। उसके ऊपर लोहे की जाली का फ्रेम लगाया गया। करीब 200 फीट लंबी इस सुरंग के भीतर सवा इंच लोहे का पाइप डालकर आईओसी की पाइपलाइन से जोड़ा गया। इसके अलावा एक दो इंच का प्लास्टिक का पाइप भी सुरंग के अंदर पड़ा हुआ मिला।

इस सुरंग में एक व्यक्ति रेंगते हुए आसानी से जा सकता है। सुरंग में काम करने वाले व्यक्ति को कोई परेशानी न हो इसके लिए एग्जॉस्ट फैन और रोशनी के लिए एलईडी लाइट भी लगाई गईं थी। हैरानी की बात तो यह है कि महुआ थाने की बालाहेड़ी चौकी क्रूड ऑयल चुराने के लिए खोदी गई सुरंग से सिर्फ 200 मीटर की दूरी पर है। इसके बाद भी किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। दो साल में इस सुरंग के जरिए करोड़ों का क्रूड ऑयल चोरी किया जा चुका है।

गुजरात से मथुरा जा रही पाइपलाइन 
आईओसीएल के अधिकारियों ने बताया कि यह पाइपलाइन गुजरात से मथुरा जा रही है। वहां क्रूड ऑयल को रिफाइन करके टैंकरों के जरिए पेट्रोल पंपों तक पहुंचाया जाता है। उन्होंने कहा कि, ऑयल चोरी की आशंका के चलते हमनें शनिवार को ही थाने में केस दर्ज काराया था।

थर्माकोल बनाने का नहीं होता है काम 
कल तक जिसे थर्माकोल की फैक्ट्री और गोदाम माना जा रहा था असल में वहां ऐसा कुछ नहीं है। बिल्डिंग के चारों तरफ  बांस-बल्लियां लगाकर लोहे का जाल लगाया गया था। बताया जा रहा था कि यहां थर्माकोल के दाने बनाने का काम होता है, लेकिन वहां ऐसा कोई काम नहीं होता है। यह गोदाम सिर्फ क्रूड ऑयल चोरी करने के लिए ही बनाया गया था।

घटना के बाद से गोदाम मालिक फरार
आग लगने के बाद से गोदाम मालिक का फोन बंद आ रहा है। साथ ही गोदाम से जुड़े अन्य लोगों तक भी पुलिस अब तक नहीं पहुंच पाई है। पुलिस का कहना है कि घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।