कानून के रखवाले खुद की रखवाली नहीं कर पा रहे हैं। पिछले एक साल में बिहार में 6 बार ऐसे मामले सामने आए हैं जहां पुलिस की खुद पिटाई हो गई। इस संबंध में जब पीड़ित पुलिसकर्मियों से बात की गई तो उन्होंने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया, ‘हमारी तो मजबूरी है। ऊपर से आदेश आता है तो मौका-ए-वारदात पर जाना पड़ता है। घटनास्थल का माहौल गर्म होता है। कई बार पब्लिक आक्रोशित हो जाती है। लोग हम पर हमला कर देते हैं। कभी-कभी तो मन करता है कि नौकरी छोड़ दें, लेकिन मजबूरी है बेरोजगारी पहले से है तो मिली हुई नौकरी कैसे छोड़ दें। क्या कर सकते हैं। पुलिस वाले हैं। इन सब चीजों को झेलना पड़ता है। मार खाकर के भी हमें तो जनता की सेवा करनी है।’
अब खबर विस्तार से:-
6 जिलों से ऐसे घटनाक्रम, जहां पुलिस की पिटाई हो गई है…
15 मई 2021: मुंगेर में दारोगा का नशा उतार दिया, जमकर धोया
मुंगेर के मुफस्सिल थाने के दारोगा ने चेकिंग के नाम पर बाइक सवार को रोका तो युवकों ने उन्हें जमकर पीटा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शराब के नशे में धुत दारोगा ने युवकों को रोककर उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां दीं। धौंस दिखाकर उनसे वसूली करने की कोशिश की। इतनी देर में वहां लोगों की भीड़ लग गई। भीड़ में से ही किसी ने उकसाया कि पुलिस को मारो-मारो, इसके बाद युवक उत्तेजित हो गए। दारोगा के साथ मौजूद पुलिस का कहना था कि लॉकडाउन के दौरान युवकों से गाड़ी के कागज दिखाने को कहा तो वे मारपीट पर उतारू हो गए और दारोगा का कालर पकड़ लिया। खूब भद्दी-भद्दी गालियां भी दीं।
15 मई 2021: बांका में पकौड़ा दुकानदार ने थानाध्यक्ष पर फेंका गर्म तेल
बांका में तो एक पकौड़ा दुकानदार ने हद ही कर दी। पुलिस ने दुकान बंद करने के लिए कहा तो कड़ाही में गर्म हो रहा तेल थानाध्यक्ष, SI और सिपाही पर फेंक दिया। इससे तीनों जख्मी हो गए। गर्म तेल फेंने के दौरान SI पर जब हल्का तेल का छींटा पड़ा तो दुकानदार द्वारा उन पर खौल रहा गर्म पानी भी फेंक दिया गया। घटना में घायल थानाध्यक्ष, SI और एक सिपाही का इलाज बौंसी अस्पताल में किया जा रहा है।
3 अगस्त 2021: गया में दारोगा का सिर फोड़ा, 12 टांके लगे
गया के गुरारु थाना क्षेत्र के बाजार स्थित बहबलपुर टोला कैलाशपुर में विवाद सुलझाने गई पुलिस पिट गई। लोगों ने एक दारोगा का सिर फोड़ दिया। एक सिपाही को भी घायल कर दिया। पुलिस ने हमला करने वाले पति-पत्नी और बेटे को हिरासत में ले लिया है। कैलाशपुर टोला की रहने वाली उषा देवी ने थाने में आवेदन दिया था। महिला का कहना था कि उसका पेड़ पड़ोस के बिंदेश्वर प्रसाद नहीं उठाने दे रहा है। जांच के दौरान HN राम बिंदेश्वरी प्रसाद के घर पर पहुंचे। इस दौरान वे बिंदेश्वरी प्रसाद को समझाने लगे। इसी बीच बिंदेश्वरी की पत्नी हाथापाई करने लगी। अचानक हुए हमले के कारण दारोगा नर्वस हो गए। इसी बीच उनके सिर पर बिंदेश्वरी और उसके बेटे ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया। इससे उनका सिर फट गया।
3 अक्टूबर 2021: सीतामढ़ी में पुलिस को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
सीतामढ़ी के नानपुर थाना क्षेत्र में मुखिया समर्थक DJ बजा रहे थे। पुलिस मौके पर पहुंची और मुखिया समर्थकों को DJ बजाने से रोका। इसके बाद आक्रोशित समर्थकों ने पुलिस की टीम को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। साथ ही टीम पर पत्थरबाजी भी की। जिला प्रशासन की ओर से जुलूस और DJ पर प्रतिबंध लगाया गया था। गौरा पंचायत से जोगेंद्र मंडल 8 वोट से जीतकर मुखिया बने थे। इसीलिए उनके मुखिया समर्थक जुलूस निकाल रहे थे। DJ भी बजाया जा रहा था। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने जुलूस निकालने और DJ बजाने से मना किया। इसके बाद मुखिया के समर्थक व ग्रामीण भड़क गए।
11 अक्टूबर 2021: मुजफ्फरपुर में दारोगा को कमरे में बंद कर ग्रामीणों ने पीटा
मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के झिटकाही गांव में रविवार रात सूचना पर शराब बरामद करने गई पुलिस की टीम को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। छापेमारी में शराब नहीं मिलने से लोग आक्रोशित हो गए। पुलिस पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाने लगे। इसके बाद दारोगा अंजार आलम को कमरे में बंद कर उनकी जमकर पिटाई की और अन्य पुलिसकर्मियों पर पथराव कर भगा दिया।
उधर, सूचना मिलने पर थानेदार सरोज कुमार अतिरिक्त फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखते ही लोगों ने दोबारा छत पर से पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए हमले में पुलिस को पीछे हटना पड़ा। इसके बाद सकरा पुलिस ने करीब 10 राउंड हवाई फायरिंग की, तब जाकर भीड़ तितर-बितर हुई।
19 नवंबर 2021: दरभंगा में थाने में ही दारोगा को युवक ने पीटा
दरभंगा में पुलिस स्टेशन के भीतर एक युवक ने शुक्रवार को दबंगई दिखाई। यहां के बहादुर थाना में देकुली गांव के संतोष साह ने दारोगा नेपाली कुमार की पिटाई कर दी। आरोपी पुलिस की ओर से हिरासत में लिए गए युवक को छुड़ाना चाहता था। दारोगा नेपाली कुमार ने विरोध किया तो संतोष साह विवाद करने लगा। विवाद इतना बढ़ गया कि संतोष साह ने दारोगा का कॉलर पकड़ लिया। फिर पिटाई कर दी।
दरअसल, साल 2021 के एक मामले में अभियुक्त सौरव कुमार साह को पुलिस पकड़ कर थाने लाई थी। उससे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी। इस दौरान देकुली गांव का ही संतोष साह थाना पहुंच गया। वह जबरन थाने के अंदर घुस गया। फिर पूछताछ कर रहे दारोगा नेपाली कुमार से उलझ गया।