मौज मस्ती और टूरिज्म के लिए मशहूर भारत के तटीय राज्य गोवा में चुनाव संपन्न हो चुके हैं और नतीजे सामने हैं. भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और सरकार बनाने की स्थिति में है. सरकार बनने की औपचारिकता में कुछ समय लगेगा, लेकिन एक बात साफ है कि इस बार गोवा की विधानसभा में कुछ विधायक अकेले होने की जगह अपने जीवनसाथी के साथ बैठे दिखाई देंगे. गोवा में एक नहीं… दो नहीं… बल्कि तीन कपल्स चुने गए हैं, यानी पति-पत्नी दोनों को ही जनता ने विधानसभा पहुंचा दिया है. इन तीन कपल्स में से एक पूरी तरह कांग्रेसी है तो दो कपल्स पूरी तरह भाजपाई.
एक बार फिर सदन में दिखेगी राणे फैमली
भारतीय जनता पार्टी ने स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे को वालपई विधानसभा सीट से टिकट दिया था. इसी के साथ पार्टी ने उनकी पत्नी दिव्या राणे पर भी भरोसा जताया और उन्हें परयें विधानसभा सीट से मौका दिया. पति पत्नी का ये जोड़ा पार्टी के भरोसे पर खरा उतरा और दोनों ने ही अपनी-अपनी सीटों पर जीत दर्ज की. विश्वजीत राणे ने वालपई सीट पर रेवोलुशनरी गोवंस पार्टी के तुकाराम भरत परब को 8 हजार वोटों के बड़ी अंतर से हराया. वहीं उनकी पत्नी दिव्या राणे ने परयें सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को लगभग 14 हजार के बड़े अंतर से मात दी.
राणे फैमिली के अलावा बीजेपी ने मोन्सेरात कपल को भी विधानसभा चुनाव में मौका दिया था. पार्टी ने अतानासियो मोन्सेरात को पणजी और उनकी पत्नी जेनिफर मोन्सेरात को तालगाव सीट से चुनावी मैदान में उतारा था. राणे कपल की तरह मोन्सेरात कपल भी बीजेपी के भरोसे पर खरे उतरे और ये दोनों सीटें भी पार्टी की झोली में डाल दीं. अतानासियो मोन्सेरात ने पणजी विधानसभा सीट से करीबी मुकाबले में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल को 716 वोट से हराया. वहीं उनकी पत्नी जेनिफर मोन्सेरात ने तालगाव सीट पर कांग्रेस के टोनी आलफ्रेडो रोड्रीगीज के खिलाफ जीत दर्ज की.
सदन में एक कपल कांग्रेस की ओर से भी दिखाई देगा. वो है लोबो कपल. कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी छोड़कर हाल ही में पार्टी से जुड़ने वाले माइकल लोबो और उनकी पत्नी डेलिया लोबो को चुनावी रण में उतारा था. कद्दावर नेता माइकल लोबो ने कांग्रेस के टिकट पर कलंगुट सीट से ताल ठोकी थी और लगभग पांच हजार वोटों से जीत भी दर्ज की. वहीं उनकी पत्नी को कांग्रेस पार्टी ने शिवोली सीट से मौका दिया, जिसपर वो खरी उतरीं और 1727 वोट से विजयी रहीं.
वैसे गोवा चुनाव में तीन नहीं बल्कि चार कपल्स ने किस्मत आजमाई थी. हालांकि कांदोलकर कपल बाकी तीन कपल्स की तरह भाग्यशाली नहीं रहा. ये कपल तृणमलू कांग्रेस के टिकट पर चुनावी रण में उतरा था. कविता कांदोलकर हलदोणे विधानसभा सीट से उम्मीदवार थे और उनकी पत्नी कविता कांदोलकर थिवि से. किरण कांदोलकर हलदोणे से तीसरे नंबर पर रहे. हालांकि उनकी पत्नी कविता ने थिवि सीट पर बीजेपी के निलकंट रामनाथ हलर्णकर को आखिर तक टक्कर दी, लेकिन जीत दर्ज करने में वो कामयाब नहीं हो सकीं.