कोंडागांव। आज हम 21वीं सदी में जी रहे हैं और 4G, 5G की स्पीड से इंटरनेट चला रहे है. मगर छत्तीसगढ़ में नक्सली मोर्चे पर तैनात जवान मोबाइल में नेटवर्क तक के लिए परेशान हैं. कोंडागांव के हडे़ली में आईटीबीपी कैंप में रह रहे जवानों को अपने परिवार से बात करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. मोबाइल में नेटर्वक नहीं आने की वजह से उन्हें खुद टावर का जुगाड़ करना पड़ता है.
जिले से 40 किलोमीटर दूर आईटीबीपी के इस कैंप के बाहर एक पेड़ है, केवल उस पेड़ के ऊपर ही मोबाइल का नेटवर्क मिलता है. जवान पहले इस पेड़ पर एक लम्बे बांस को बांध लेते हैं, फिर एक जवान पेड़ पर चढ़ता है और बाकी नीचे से एक डिब्बे में मोबाइल को रखकर रस्सी से ऊपर चढ़ाते हैं.
नीचे खड़े जवान उस मोबाइल से अपने मोबाइल पर वाईफाई कनेक्ट रखते हैं. जैसे ही नीचे के मोबाइल पर वाईफाई कनेक्ट दिखता, बस वहीं मोबाइल को रोक दिया जाता है. इसके बाद एक-एक कर अपने परिवार से बात करते हैं.
इस मामले में कोंडागांव एसपी सिद्धार्थ तिवारी का कहना है कि सरकार व प्रशासन का लक्ष्य है जिले के सभी क्षेत्रों में मोबाइल का नेटवर्क पहुंचे. जल्द ही इस इलाके में नेटर्वक मिलने लगेगा. इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है.