कोरबा (पाली)| मानसून आते ही छत्तीसगढ़ समेत कोरबा जिले में भी सर्पदंश के मामले बढ़ गए हैं और लगातार बारिश से आने वाले समय मे भी खतरा बना हुआ है, वर्तमान में जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में सर्पदंश से पीड़ित लोग उपचार हेतु पहुँच रहे है,बहुत लोगों की तो सर्पदंश से मौत भी हो चुकी है,और ऐसे मामले में मौत की मुख्य वहज अंधविश्वास,झाड़फूंक ही होती है,जबकि जिसको सही समय मे इलाज मिल जाता है उसकी जान बच जाती है।ऐसा ही मामला आज पाली विकास खण्ड ग्राम पंचायत चेपारानी में देखने को मिला जहां 6 वर्षीय बालक विकास उइके अपने बाड़ी में खेलने के दौरान सर्पदंश का शिकार हो गया,जहरीले सर्प के डसने के बाद बच्चे के परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना 112 को दी और सूचना मिलते ही 112 डियूटी में तैनात आरक्षक संजय सिंह 657 तत्काल मौके पर पहुँच कर बालक को पाली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया जहां बच्चे का उपचार जारी है, अगर 112 तत्काल मौके पर ना पहुँचती और तत्काल बच्चे को उपचार नही मिलता तो किसी अनहोनी से भी नकारा नही जा सकता,किन्तु 112 टीम एवं अस्पताल टीम की तत्परता से बच्चे को उचित एवं समय पर उपचार मिल गया।
पाली थाना प्रभारी लीलाघर राठौर ने की अपील
प्रतिवर्ष थाना क्षेत्रों में सर्पदंश के मामले देखने को मिलते है और कई ग्रामीण क्षेत्रो के लोग तत्काल इलाज नही कराते और झाड़फूंक के चक्कर मे आ जाते है जिसके कारण सर्पदंश पीड़ित की मौत हो जाती है जिसको देखते हुए पाली थानेदार लीलाघर राठौर में सभी से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति ऐसे स्थान पर ना जाये जहां सांप का खतरा हो साथ ही बच्चों पर विशेष नजर रखे क्योकि बच्चे अक्सर खेलते-खेलते ऐसे स्थान पर पहुँच जाते है जहां सर्प का खतरा होता है ,इसके अलावा सभी नागरिकों से अपील करते हुए निरीक्षक श्री राठौर से कहाँ की कोई झाड़फूक के चक्कर मे आकर कोई भी अपने या अपने परिजनों के जान के साथ खेड़वाड़ ना करें,सर्प दंश की घटना की सूचना 112 अथवा 108 को दे सकते है ताकि उचित समय मे उपचार मिल सके और पीड़ित की जान बच सकें।