कोरबा । लाकडाउन के दौरान सभी समुदाय के धार्मिक स्थलों में लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा था। पूजा एवं आराधना के लिए 76 दिन बाद मिली छूट से शहर के अधिकांश धार्मिक स्थलों के पट खुल गए। अनुयाइयों का पहले दिन आस्था स्थल में आवागमन सीमित रहा। यहां पहुंचे लोगों ने कोरोना मुक्ति के लिए अपने आराध्य से प्रार्थना की।
आस्था स्थल में लोगों उपस्थिति पहले दिन सामान्य रही हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए सुरक्षागत कारणों से धार्मिक स्थलों में लोगों के प्रवेश को जिला प्रशासन ने प्रतिबंधित कर दिया था। शहर स्थित मां सर्वमंगला मंदिर के पट सुबह से खोल दिए गए थे। मंदिर में सीमित लोगों के प्रवेश के लिए कार्यकर्ताओं को तैनात किया गया था। मंदिर के पुजारी नमन पांडेय ने बताया कि कोविड नियमों का पालन करते हुए मंदिर में लोगों को प्रवेश दिया जा रहा। मंदिर के अलावा चर्च, गुरूद्वारा और मस्जिदों में भी सीमित अनुयाइयों उपस्थिति देखी गई। मंदिर में सीमित श्रद्धालु आने के कारण सर्वमंगला मंदिर परिसर की प्रसाद की दुकानें भी कम संख्या में ही खुली। मंदिर के पट खुलने से यहां पूजन सामाग्री की बिक्री करने वाले व्यवसाइयों में उत्साह देखा गया। आगामी पर्व को देखते हुए व्यवसाइयों ने सामानों की थोक खरीदी शुरू कर दी है। शहरी क्षेत्र के अलावा जिले के अन्य धार्मिक स्थल मड़वारानी, अष्टभुजी, कोसगाई आदि मंदिरों में भक्तों ने दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया।