न्यूज डेस्क। हमारे सत्ताधारियों को न्यायपालिका तथा मीडिया द्वारा कही जाने वाली खरी-खरी बातें अच्छी नहीं लगती, परंतु आज जबकि कार्यपालिका और विधायिका लगभग निष्क्रिय होती जा रही हैं, न्यायपालिका व मीडिया ही जनहित के महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकारों को झिंझोड़ रही हैं लेकिन अब न्यायपालिका से जुड़े 2 लोगों में भी भ्रष्टाचार पकड़ा गया है।

26 नवम्बर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भ्रष्टाचार और षड्यंत्र के आरोपित पूर्व जस्टिस एस. एन. शुक्ला के विरुद्ध आपराधिक केस चलाने की सी.बी.आई. को अनुमति दी है। जस्टिस शुक्ला पर अपने एक आदेश द्वारा एक निजी कालेज को लाभ पहुंचाने का आरोप है। 29 नवम्बर को भ्रष्टाचार के एक अन्य मामले में हिमाचल प्रदेश के सरकार ने विजीलेंस द्वारा 31 जनवरी, 2015 को पकड़े गए सुंदर नगर हाईकोर्ट के सीनियर सिविल जज गौरव शर्मा को बर्खास्त करने का आदेश दिया है।