आज की लोक अदालत में एक असहाय व्यक्ति को नया जीवन दिया है लोक अदालत ने मानचंद उरांव के पक्ष में 31 लाख का अवार्ड पारित कर असहाय और उसके नाबालिगों को मानो जीने की नयी राह मिल गयी

कोरबा! (नव-ऊर्जा)आज आवेदक मानचंद उरांव उम्र लगभग 55 वर्ष के पुत्र दीपक उरांव, पुत्रवधू कौशिल्या उरांव एवं पोता रंजीत उरांव की मृत्यु ट्रेलर चालक के लापरवाही पूर्वक ट्रेलर चलाने से सड़क हादसे में हो गई थी। जिससे उनके परिवार में कोई कमाने वाला नहीं होने से आवेदक मानचंद उरांव एवं मृतक के दो नाबालिग पुत्र -पुत्री मुकेश उरांव उम्र लगभग 9 वर्ष एवं रीमा उरांव उम्र लगभग 7 वर्ष का जीवन अंधकारमय हो गया। आवेदक श्री मानचंद उरांव एवं मृतक के नाबालिग पुत्र मुकेश उरांव एवं रीमा उरांव के द्वारा क्लेम माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। जिसमें आज नेशनल लोक अदालत में प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश सुश्री संघपुष्पा भतपहरी के द्वारा इस प्रकरण पर 31 लाख रुपये का अवार्ड पारित किया गया।