अगले साल लागू होंगे ये 4 लेबर कोड!
4 Labour Code Implementation: काफी समय से मोदी सरकार की तरफ से चार लेबर कोड आने की चर्चा हो रही है, लेकिन अब तक इसे लागू नहीं किया जा सका है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि यह लेबर कोड अगले साल आ सकता है। इन 4 लेबर कोड्स में वेतन/मजदूरी संहिता, औद्योगिक संबंधों पर संहिता, काम विशेष से जुड़ी सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यस्थल की दशाओं (OSH) पर संहिता और सामाजिक व व्यावसायिक सुरक्षा संहिता शामिल हैं। अधिकारी ने कहा- ‘चार श्रम संहिताओं के अगले वित्त वर्ष 2022-23 में लागू होने की संभावना है, क्योंकि बड़ी संख्या में राज्यों ने इनके मसौदा नियमों को अंतिम रूप दे दिया है। केंद्र ने फरवरी 2021 में इन संहिताओं के मसौदा नियमों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया पूरी कर ली थी, लेकिन चूंकि श्रम एक समवर्ती विषय है, इसलिए केंद्र चाहता है कि राज्य भी इसे एक साथ लागू करें।’
केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस सप्ताह की शुरुआत में राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में बताया था कि व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और काम करने की स्थिति पर श्रम संहिता के मसौदा नियमों को कम से कम 13 राज्य तैयार कर चुके हैं। इसके अलावा 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने मजदूरी पर श्रम संहिता के मसौदा नियमों को तैयार किया है। औद्योगिक संबंध संहिता के मसौदा नियमों को 20 राज्यों ने और सामाजिक सुरक्षा संहिता के मसौदा नियमों को 18 राज्यों ने तैयार कर लिया है। इस लेबर कोड के आने के बाद हफ्ते में दो के बजाय 3 छुट्टियां भी मिल सकेंगी। ओवरटाइम भी मिलेगा। आइए जानते हैं इससे लोगों को क्या-क्या फायदे-नुकसान होंगे।
हफ्ते में 3 दिन मिल सकता है वीकऑफ, लेकिन बढ़ जाएंगे काम के घंटे
15 मिनट ज्यादा किया काम तो मिलेगा ओवरटाइम
नया लेबर कोड लागू होने के बाद अगर आप अपनी शिफ्ट से 15 से 30 मिनट अधिक काम करेंगे तो उसे 30 मिनट गिनकर उसे ओवरटाइम में शामिल करने का प्रावधान है। यानी नए लेबर कोड में अगर प्रावधानों को स्वीकृति मिलती है तो आपको 15 मिनट भी अतिरिक्त काम करने पर ओवरटाइम मिलेगा। मौजूदा नियमों में 30 मिनट तक के काम को ओवरटाइम में नहीं गिना जाता है। सवाल ये है कि ओवरटाइम कितना होगा? आपकी सैलरी के हिसाब से 30 मिनट यानी आधे घंटे की सैलरी का कैल्कुलेशन किया जाएगा और आपको दिया जाएगा।