कोरबा के नहर में डूबा 5वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र का 44 घंटे बीत जान के बाद भी कुछ पता नहीं चला है। गोताखोरों की मदद से उसकी तलाश जारी है। मगर अब तक उसका कुछ पता नहीं चल सका है। शनिवार शाम को वो पतंग उड़ाने के दौरान नहर में डूब गया था। इसके बाद से ही उसकी तलाश जारी है। इधर, रविवार रात को कई घंटे बाद भी बच्चे का पता नहीं चलने पर गुस्साए लोगों ने कोरबा-चांपा मार्ग में चक्काजाम कर दिया। वे सिंचाई विभाग से काफी नाराज थे। देर रात तक उन्होंने जमकर हंगामा किया।
दरअसल, कोतवाली थाना क्षेत्र के सीतामढ़ी स्थित कुम्हार मोहल्ले में रहने वाला नारायण पाटकर(12) पिता परमेश्वर पाटकर शनिवार शाम को 5 बजे मोहल्ले के सोनालिया नाला में डूब गया था। घटना के पहले वह अपने दोस्तों के साथ पतंग उड़ा रहा था। अचानक पैर फिसलने से वह नहर में डूब गया था। इसके बाद उसके दोस्तों ने उसे बचाने का प्रयास किया। मगर वह सफल नहीं हो सके थे। बाद में इसकी जानकारी प्रशासन और उसके परिजनों को दी गई थी।
खबर लगने के बाद ही शनिवार शाम को पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी। लेकिन रात होने के कारण शनिवार को रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं हो सका। इसके बाद रविवार को सुबह से गोताखोरों की मदद से बच्चे को तलाश जा रहा था। फिर भी बच्चे का कुछ पता नहीं चला।
जब रात तक भी बच्चे का कुछ पता नहीं चल सका तो मोहल्ले के लोगों और बच्चे के परिजनों का गुस्सा फूट गया। उन्होंने कहा कि पहले तो नहर में पानी कम करने की जरूरत थी। फिर भी पानी कम नहीं किया गया। पुलिस और प्रशासन की टीम तो आई है। मगर सिंचाई विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आया। ये कहते हुए लोग सिंचाई विभाग के खिलाफ लोग नारेबाजी करने लगे। उन्होंने फिर कोरबा-चांपा मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। इसकी वजह से एक घंटे तक रोड जाम रहा। पुलिस की टीम ने उन्हें काफी समझाया तब जाकर वह माने और देर रात को घर लौटे।
वहीं सोमवार को अब सिंचाई विभाग के अधिकारी, तहलीसदार एसडीएम मौके पर पहुंचे थे। अब नहर से पानी निकालने का काम किया जा रहा है। इसके पानी को अब हसदेव नदी में बहाया जा रहा है। जिससे पानी कम हो सके और बच्चे का कुछ पता चल सके। नहर में पानी काफी ज्यादा है और पानी काफी ठंडा है। इस वजह से भी रेस्क्यू में परेशानी हो रही है। फिलहाल गोताखोरों की मदद से बच्चे की तलाश जारी है। घटना के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।