रायपुर/बिलासपुर। बिलासपुर में शिक्षकों की मनचाही पोस्टिंग के लिए सौदा कर रहे युवा शिक्षक का वायरल ऑडियो से इस बात पर मुहर लग गई है कि स्कूल शिक्षा विभाग के अफसर शिक्षकों की पोस्टिंग में क्या खेल कर रहे हैं। पता चला है, पोस्टिंग का सौदा करते जिस शिक्षक का ऑडियो वायरल हुआ है, वह संभाग के एक बड़े अफसर का बेहद करीबी है। ऑडियो शिक्षक नंदकुमार साहू ने खुद भी स्वीकार किया है कि सलेक्शन के बाद 70 हजार रुपए देकर वह बिलासपुर शहर के बहतराई स्कूल में पोस्टिंग पा गया। ऑडियो में बेहद कांफिडेंस के साथ उसे मनचाही पोस्टिंग के लिए 90 हजार रुपए मांगते सुना जा रहा…वह किसी दूसरे सलेक्ट शिक्षक को बोल रहा कि मैं 70 हजार में बहतराई स्कूल में पोस्ट हो गया, तुम्हारा 90 हजार में करा दूंगा। सूत्रों का कहना है कि पोस्टिंग के बाद आरोपी शिक्षक शिक्षा विभाग के खटराल अधिकारियों के रैकेट का हिस्सा बन गया।
तभी बिलासपुर के शिक्षा अधिकारियों ने हालांकि इस मामले को दबाने में कोई कोर कसर नहीं रखा। लेकिन, वायरल आडियो मुख्यमंत्री सचिवालय तक पहुंच गया। चूकि हाल में शिक्षा विभाग का फर्जी लेटर कांड मीडिया में काफी उछला था। इसलिए, इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को दी गई। मुख्यमंत्री उस समय पंजाब के दौरे पर थे। मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश पर आरोपी शिक्षक को फौरन निलंबित किया गया। वहीं, पुलिस भी तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने निलंबित शिक्षक को तुरंत उठा लिया। हालांकि, पुलिस इस बात की तस्दीक नहीं कर रही कि उसे पकड़कर लाया गया है। मगर सूत्रों का कहना है कि पुलिस पहले ज्वाइंट डायरेक्टर आफिस पहुंची और उसके बाद शिक्षक के बंधवापारा स्थित उसके घर। जॉइंट डाइरेक्टर आरएस चौहान का पुलिस ने बयान लिया.
थाने में पूछताछ में शिक्षक आडियो में अपने आवाज से मुकर गया। उसने बताया कि उसका मोबाइल गुम गया था। किसी ने उसके मोबाइल का गलत इस्तेमाल किया। ठीक उसी तरह जब मोबाइल पर कोई क्राइम होता है या फिर अश्लील मैसेज भेजने का प्रकरण आता है तो संबंधित व्यक्ति का एक ही रट होता है, उसका मोबाइल चोरी हो गया है।
हालांकि, इस मामले में पुलिस अभी तक अपराध दर्ज नहीं किया है। पुलिस इंतजार कर रही कि कोई प्रार्थी रिपोर्ट लिखाए। पुलिस को ये भी पता नहीं कि ये आडियो आया कहां से, किसने शिक्षक को ट्रेप किया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मोबाइल चोरी हुई है तो उसके कॉल डिटेल से आसानी से वास्तविकता का पता लग जाएगा। पता चला है, बयान लेने के बाद पुलिस ने शिक्षक को जाने दिया. कल फिर उसे बुलाया जाएगा.
बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी ने एनपीजी को बताया कि उन्होंने इस मामले की जांच कर निर्देश दिया है। एडिशनल एसपी गरिमा द्विवेदी को जांच का दायित्व सौंपा गया है. आईजी ने दो टूक कहा कि जांच के बाद अगर कोई दोषी पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।