र्ग. एक 12 साल का बच्चा अपनी मां की साड़ी का झूला बनाकर खेल रहा था. साड़ी फंदे की तरह बच्चे के गल में फंस गई. किसी की नजर पड़ती इससे पहले ही बच्चे की मौत हो गई. घटना के बाद से पूरे परिवार में मातम का माहौल है. परिवार वाले खुद को कोस रहे हैं कि क्यों बच्चे को साड़ी का झूला बनाने दिया गया. क्यों किसी का भी ध्यान बच्चे की ओर नहीं गया. समय रहते अगर ध्यान जाता तो बड़ा हादसा नहीं होता. इन सब सवालों के साथ ही अब ऐसे लोगों को अलर्ट रहने की भी जरूरत है, जो घरों में बच्चों की एक्टिविटी को नजरअंदाज कर देते हैं.
दर्दनाक हादसा छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के नयापारा पंचशील नगर में हुआ. यहां बीते रविवार की शाम को मंजीत कुंभकार का 12 वर्षीय बेटा मानव कुंभकार अपनी मां की साड़ी का झूला बनाया. उसी झूले पर वो और उसका छोटा भाई खेल रहे थे. बच्चों को खेलता देख घरवाले भी निश्चिंत थे. इसी बीच अचानक मानव बेसुध होकर गिर गया. घरवालों की नजर पड़ी तो मानव के शरीर में कोई भी एक्टिविटी नहीं हो रही थी. परिवार वाले उसे लेकर पास के अस्पताल गए. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. रविवार की शाम की इस घटना के बाद से परिवार में मातम का माहौल है.
पुलिस ने दर्ज किया केस
अस्पताल प्रबंधन द्वारा घटना की सूचना दुर्ग कोतवाली पुलिस को दी गई. इसके बाद पहुंची पुलिस ने केस दर्ज किया है. मामले में परिवार वालों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक घटना बीते रविवार की शाम करीब छह बजे की है. नयापारा पंचशील नगर दुर्ग निवासी मंजीत कुंभकार का 12 वर्षीय बेटा मानव कुंभकार अपने घर पर अपनी मां की साड़ी का झूला बनाकर खेल रहा था. मानव कक्षा पांचवीं का छात्र था. उसने घर के बिस्तर के ऊपर साड़ी का झूला बनाया था. बच्चे के बेसुध होकर गिरने के बाद परिवार वालों ने भी डायल 112 पर कॉल किया था. ईआरवी की टीम की मदद से बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.