कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा स्थित मेडिकल कॉलेज को मिले एक गुमनाम पत्र ने अफसरों और कर्मचारियों में खलबली मचा दी है। रजिस्टर्ड डाक से भेजे गए इस पत्र में अस्पताल के ही एक कर्मचारी पर ब्लैकमेल और दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही उसे नौकरी से हटाने की भी बात कही गई है। खास बात यह है कि इस पत्र को भेजने वाली महिला ने खुद को भी अस्पताल का ही स्टॉफ बताया है। फिलहाल डीन ने जांच के आदेश दिए हैं।

जानकारी के मुताबिक, शादी का झांसा देकर आरोपी ने पहले रेप किया,इसके बाद फोटो और वीडियो बनाकर दो साल से ब्लैकमेल कर रहा है। आखिरकार अब बदनामी होने के डर से पीड़िता ने अस्पताल प्रशासन को पत्र के माध्यम से शिकायत की है

इधर सप्ताह भर पहले जिला अस्पताल के सिविल सर्जन के नाम डाक से एक पत्र आया। खत किसी महिला ने लिखा था और उसने खुद को विभागीय कर्मचारी बताया है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि जीवनदीप समिति का एक कर्मचारी दो साल से उसका दैहिक शोषण कर रहा है। वह उसे ब्लैकमेल करता है और जान से मारने की धमकी भी देता है। बदनामी की आशंका के चलते पत्र में कर्मचारी को काम से हटाने की मांग की गई है।

दो दिन में आएगी जांच रिपोर्ट, फिर कार्रवाई
इस पत्र के मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. वाईके बड़गइया ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। मामले की जांच मेडिकल कॉलेज की महिला उत्पीड़न समिति को सौंपी गई है। समिति दो दिन में अपनी रिपोर्ट डीन को सौंप देगी। डीन बड़गइया ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।