रायगढ़। राजस्व न्यायलय में विवाद के बाद अधिवक्ताओं की गिरफ्तारी और अब विवादित तहसीलदार सुनील अग्रवाल के जिले में ही तबादले से वकील ही नहीं बल्कि आम लोग भी भड़क उठे हैं। यही वजह है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे वकीलों के प्रदर्शन को राजनैतिक दलों के साथ ही जन समर्थन भी मिलने लगा है।

एक दिन पूर्व ही रायगढ़ कलेक्टर ने इस विवाद का पटाक्षेप करने की नीयत से रायगढ़ तहसीलदार सुनील अग्रवाल का धरमजयगढ़ तहसील में तबादला कर दिया, मगर हालात शांत होने की बजाय और बिगड़ गए। इस बार धरमजयगढ़ के वकीलों ने कलेक्टर को पत्र लिखकर उनके यहां सुनील अग्रवाल के तबादले का विरोध किया और कहा कि इस मामले में आम लोग भी सुनील अग्रवाल के धरमजयगढ़ में पदस्थ होने पर उनका विरोध करेंगे।

धरना-प्रदर्शन में लोग स्वस्फूर्त हो रहे हैं शामिल

इस बीच रायगढ़ के वकीलों का धरना-प्रदर्शन जारी है, और बड़ी संख्या में लोग यहां पहुँच कर आंदोलन को समर्थन कर रहे है। इसी कड़ी में आज तमनार ब्लॉक के कोयला प्रभावित ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में धरनास्थल पर पहुँच गए। इतनी संख्या में ग्रामीणों के यहां पहुँचने के पीछे की वजह इनके विस्थापन की प्रक्रिया में राजस्व अमले का अपेक्षित सहयोग न मिलना और उनके द्वारा की जाने वाली रिश्वतखोरी को माना जा रहा है। ग्रामीणों ने मीडिया से चर्चा में बताया कि उनकी भी मांग है कि राजस्व न्यायलय में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोका जाये और वकीलों से विवाद के पीछे के दोषियों पर कार्रवाई की जाये।