नई दिल्ली। भारत में फिलहाल दो वैक्सीन का उपयोग हो रहा है और बीते दिन रूसी निर्मित कोविड वैक्सीन स्पुतनिक वी को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी गई है। इस बीच सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। टीकाकरण को और गति देने के लिए केंद्र सरकार ने विदेशी कोविड वैक्सीन को देश में अनुमति देने की प्रक्रिया को तेज करने का फैसला लिया है। यानी वैक्सीन को जांचने की जो प्रक्रिया है, उसे तेज किया जाएगा और फिर तत्काल किसी भी विदेशी वैक्सीन को मंजूरी दे दी जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा, ‘केंद्र सरकार ने घरेलू उपयोग के लिए टीकों को बढ़ाने व टीकाकरण की गति को तेज करने के लिए उन विदेशी कोविड वैक्सीन को भारत में आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने की प्रक्रिया तेज की जाएगी जिनका विदेशों में इस्तेमाल किया जा रहा है।

नीति आयोग, सदस्य (स्वास्थ्य), डॉ वी के पॉल की अध्यक्षता में एक बैठक 11 अप्रैल 2021 को की गई। 11 अप्रैल को आयोजित COVID-19 के लिए वैक्सीन प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (NEGVAC) की 23 वीं बैठक में घरेलू टीकाकरण कार्यक्रम की गति और कवरेज में तेजी लाने के साथ-साथ महामारी से लड़ने के लिए उपलब्ध टीकों को बढ़ाने के मामले पर चर्चा की गई। जहां उस बैठक में NEGVAC ने व्यापक विचार-विमर्श के बाद, COVID-19 के लिए टीकों की सिफारिश की, जिनका रिकॉर्ड अच्छा आ रहा है और विदेशों में निर्मित किया जा रहा है।

वहीं, जानकारी के मुताबिक, इमर्जेंसी यूज की मंजूरी मिलने के बाद हफ्ते-डेढ़ हफ्ते के अंदर वैक्सीन डोज आम लोगों को लिए उपलब्ध हो जाती है। अब केंद्र सरकार ने, उचित विचार के बाद, NEGVAC की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है और इस फैसले से भारत द्वारा इस तरह के विदेशी टीकों तक जल्दी पहुंच आसान हो जाएगी।

मंत्रालय ने आगे कहा कि ‘टीकाकरण’ केंद्र द्वारा अपनाई गई COVID नियंत्रण और प्रबंधन रणनीति के महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। वर्तमान में भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) की कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा बनाई जा रही कोविशिल्ड ने नेशनल रेगुलेटर (ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) से इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन (ईयूए) प्राप्त किया है।