कोरोना महामारी से दुनियाभर में अभी भी जंग जारी है. हाल के दिनों में कोरोना के मामले में औसत रूप से कमी जरूर देखी गई लेकिन इस बीच एक नए वेरिएंट ने हड़कंप मचा दिया. कोरोना के नए वेरिएंट का नाम XE है. ये नया वेरिएंट ब्रिटेन में पाया गया है. इसे ओमिक्रोन सब वेरिएंट का हाइब्रिड स्ट्रेन बताया जा रहा है. यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSCA) ने कहा कि वह एक्सई (XE) का अध्ययन कर रही है. यह बीए.1 और बीए.2 ओमिक्रोन सब वेरिएंट के म्यूटेशन से बना है. शुरुआती स्टडी से संकेत मिला है कि XE वेरिएंट के संक्रमण की रफ्तार BA.2 वेरिएंट की तुलना में करीब 10 फीसदी अधिक है.

ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने कहा है कि 22 मार्च तक इंग्लैंड में XE के 637 मामलों का पता चला था. कोरोना को लेकर प्रतिबंध हटने के बाद से हर दिन कोविड के दसियों हज़ार मामलों का केवल एक छोटा सा अंश दर्ज किया जा रहा था. XE के लिए शुरुआती विकास दर BA.2 से काफी अलग नहीं थी, जिसे ‘स्टील्थ’ ओमिक्रोन भी कहा जाता है. लेकिन 16 मार्च 2022 तक के सबसे हालिया आंकड़ों का इस्तेमाल करते हुए, अब इसकी वृद्धि दर स्टील्थ वेरिएंट की तुलना में 9.8 फीसदी अधिक थी. विशेषज्ञों का कहना है कि यह बहुत जल्द पता चल जाएगा कि यह पिछले सब वेरिएंट की तुलना में ये कितना अधिक खतरनाक है. उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड-19 के XE वेरिएंट को लेकर चेतावनी भी दी है. WHO का कहना है कि XE वेरिएंट के बारे में पहली बार ब्रिटेन में 19 जनवरी को पता चला. शुरुआती स्टडी के मुताबिक XE वेरिएंट BA.2 की तुलना में करीब 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक है. हालांकि, इस वेरिएंट को लेकर अभी और स्टडी की जरुरत बताई जा रही है.