नई दिल्ली: भारतीय सेना (Indian Army) और भारतीय रक्षा अनुसंघान संगठन (DRDO) ने पिछले 15 दिनों में देश के कई स्थानों से पिनाका मिसाइलों का सफल परीक्षण किया. कुल मिलाकर 24 परीक्षण किए गए हैं. इन परीक्षणों में पिनाका मिसाइल ने टारगेट को पूरी सटीकता और गति के साथ ध्वस्त कर दिया. उसने तय मानकों को पूरा किया. पिनाका एमके-1 (एनहैंस्ड) रॉकेट सिस्टम (Pinaka Mk-1 Enhanced Rocket System) और पिनाका एरिया डिनायल म्यूनिशन (Pinaka Area Denial Munition – ADM) रॉकेट सिस्टम का सफल परीक्षण किया गया. यह दोनों ही तकनीक पिनाका मिसाइल सिस्टम का नया वर्जन है. इससे इसकी उड़ान क्षमता, नेविगेशन, सटीकता और गति में बढ़ोतरी होती है.

पिनाका को लॉन्च करने से लेकर लक्ष्य भेदने तक राडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल टारगेटिंग सिस्टम और टेलीमेट्री सिस्टम आदि की निगरानी की गई. इस मिसाइल के सारे सिस्टम्स ने तय मानकों को सफलतापूर्वक पार किया और उच्चतम सटीकता से टारगेट को ध्वस्त कर दिया. इस मिसाइल का नाम भगवान शिव के धनुष ‘पिनाक’ के नाम पर रखा गया है. आपको बता दें कि पिनाका मिसाइल सिस्टम 44 सेकेंड में 12 मिसाइल लॉन्च करती है. यानी करीब हर 4 सेकेंड में एक मिसाइल फायर होती है. 214 कैलिबर के इस लॉन्चर से एक के बाद एक 12 पिनाका रॉकेट दागे जा सकते हैं. यानी दुश्मन के ठिकाने को कब्रिस्तान में बदलने के लिए ये सबसे बेहतरीन हथियार है. रॉकेट लॉन्चर की रेंज 7 किलोमीटर के नजदीकी टारगेट से लेकर 90 किलोमीटर दूर बैठे दुश्मन को नेस्तनाबूद कर सकता है.