नईदिल्ली I भाजपा सांसद और पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी ने एक आईएएस अधिकारी का कुत्ते के साथ स्टेडियम में घूमने के बाद केंद्र सरकार द्वारा लद्दाख ट्रांसफर किए जाने को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आईएएस अधिकारी का ट्रांसफर दिल्ली के लिए एक नुकसान था। उन्होंने इस मामले में केंद्र से सवाल किया कि मामले में कार्रवाई का यह कौन सा तरीका है?
पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा, “कोई भी किसी को कहीं भी स्थानांतरित नहीं कर सकता। आदेश से दिल्ली को नुकसान होगा और केंद्र का यह कदम एक साजिश है।”
ये कौन सा तरीका?
मेनका गांधी ने कहा कि लद्दाख और अरुणाचल ऐसे स्थान हैं जहां लोग खुशी से जाते हैं। इन स्थानों को सजा पोस्टिंग के रूप में क्यों माना जा रहा है? इन स्थानों को भी अच्छे अधिकारियों की जरूरत है।”
दिल्ली को हुआ नुकसान
तृणमूल कांग्रेस के महुआ मोइत्रा के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर “गलती करने वाले अधिकारियों के लिए स्थानांतरण केवल अनुशासनात्मक विकल्प नहीं है” मेनका गांधी ने कहा, “मैं आईएएस दंपति संजीव खिरवार और रिंकू दुग्गा को अच्छी तरह से जानती हूं। उन पर लगे आरोप झूठे हैं। वे प्रतिभाशाली और ईमानदार नौकरशाह हैं। जब खिरवार पर्यावरण विभाग के सचिव थे तो यह दिल्ली के लिए काफी फायदेमंद रहा। वे न केवल समस्याओं को सुनते हैं बल्कि उन्हें हल करने का भी प्रयास करते हैं।
गौरतलब है कि इस हफ्ते वायरल हुई एक तस्वीर में आईएएस दंपति संजीव खिरवार और रिंकू दुग्गा दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम के अंदर एक रेस ट्रैक पर अपने कुत्ते को टहलाते हुए देखे गए। एथलीटों ने आरोप लगाया कि उन्हें शाम 7 बजे तक स्टेडियम से बाहर निकलने के लिए कहा गया, क्योंकि नौकरशाह उसके बाद अपने पालतू जानवरों को लेकर चले गए।