नईदिल्ली I बॉलीवुड के मशहूर गायक केके के निधन पर राजनीति शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल भाजपा ने उनकी मौत के पीछे पश्चिम बंगाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। इसके साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग की है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्या ने कहा, कथित तौर पर कार्यक्रम स्थल पर सात हजार लोग मौजूद थे। जबकि, वहां पर सिर्फ तीन हजार लोगों की बैठने की व्यवस्था है। इसके बावजूद उन्हें वहां शो करने दिया गया, इसका मतलब है कि एक वीआईपी की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे।
दिलीप घोष ने ममता सरकार पर लगाया आरोप
पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ भाजपा नेता दिलीप घोष ने गायब केके के निधन के लिए ममता सरकार को दोषी ठहराया है। उन्होंने ममता सरकार पर बदइंतजामी का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस ऑडिटोरियम में कार्यक्रम हो रहा था, वहां क्षमता से ज्यादा भीड़ थी। वहां का एसी भी बंद कर दिया गया था। घोष ने कहा, इस मामले की जांच होनी चाहिए।
केके को दी जाएगी सलामी
उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केके के परिजनों से बात की है। उन्होंने कहा गायक को सम्मान देने के लिए उन्हें रवींद्र सदन पर सलामी दी जाएगी। पहले कहा जा रहा था कि उन्हें एयरपोर्ट पर सलामी दी जाएगी।
टीएमसी ने कहा- मौत पर न हो राजनीति
उधर, तृणमूल कांग्रेस पार्टी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, भारतीय जनता पार्टी को अपनी घटिया राजनीति से बाज आना चाहिए और एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, गायक केके की मृत्यु दुखद है और भारतीय जनता पार्टी इस पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कहे कि केके उनकी पार्टी के नेता थे, तब भी हमें आश्चर्य नहीं होगा।
शो के दौरान बिगड़ी थी तबीयत
गायक केके की लाइव शो के दौरान तबीयत बिगड़ी थी। इसके बाद वह वहां से होटल चले गए। यहां उनकी तबीयत और खराब हो गई, जिससे वे जमीन पर गिर पड़े। अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट खोलेगी राज
केके की मौत को पुलिस असामान्य नहीं मान रही है। इसके चलते एक मामला भी दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है केके के सिर व चेहरे पर चोट के निशान मिले हैं। हालांकि, उनकी मौत के कारण से पर्दा पोस्टमार्ट रिपोर्ट आने के बाद ही उठेगा।