नईदिल्ली I भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली के क्रिकेट में 30 साल पूरे हो गए हैं। उन्होंने बुधवार (एक जून) को ट्वीट कर जानकारी दी है कि वो एक नई पारी की शुरुआत कर सकते हैं। हालांकि, इस बारे में गांगुली ने विस्तार से कुछ नहीं बताया है। उन्होंने इतना जरूर लिखा है कि जल्द ही वो इस बारे में पूरी दुनिया को बताएंगे। गांगुली के ट्वीट के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वो बीसीसीआई अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे सकते हैं, लेकिन बीसीसीआई सचिव जय शाह ने साफ किया है कि गांगुली ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है।

गांगुली ने ट्वीट कर कहा, ”1992 में मैंने क्रिकेटर के रूप में अपनी पारी की शुरुआत की थी। 2022 में इसे 30 साल पूरे हो रहे हैं। इस दौरान क्रिकेट ने मुझे बहुत कुछ दिया। सबसे जरूरी बात इससे मुझे आप सभी का सपोर्ट मिला। मैं हर उस व्यक्ति का धन्यवाद करना चाहता हूं, जो इस यात्रा का हिस्सा रहा, मेरा सपोर्ट किया और जहां आज मैं हूं, वहां पहुंचने में मेरी मदद की है। आज मैं कुछ ऐसा शुरू करने के बारे में सोच रहा हूं, जिसके जरिए मैं बड़ी संख्या में लोगों की मदद कर सकता हूं। मुझे लगता है कि आप मेरे जीवन के नए अध्याय में भी मेरी मदद करते रहेंगे।”

अमित शाह से मिले थे गांगुली
गृह मंत्री अमित शाह ने (छह मई) को गांगुली से मुलाकात की थी। गांगुली के कोलकाता स्थित आवास पर शाह खाने पर पहुंचे थे। दोनों के इस मुलाकात के बाद यह कयास लगाए जाने लगे कि गांगुली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़ सकते हैं। पिछले साल भी इस बात की चर्चा थी, लेकिन तब गांगुली ने भाजपा में जाने से इनकार कर दिया था।

सौरव गांगुली का क्रिकेट करियर
सौरव गांगुली ने 1992 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ब्रिस्बेन में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने इसके बाद 1996 में लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था। गांगुली का आखिरी टेस्ट 2008 में नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था। उन्होंने अंतिम वनडे 2007 में ग्वालियर में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। गांगुली ने 113 टेस्ट में 42.17 की औसत से 7212 रन बनाए। वहीं, 311 वनडे में उनके नाम 11363 रन हैं। इस दौरान उनका औसत 41.02 का था। पूर्व भारतीय कप्तान ने टेस्ट में 16 और वनडे में 22 शतक लगाए।

कप्तानी में गांगुली का रिकॉर्ड
सौरव गांगुली ने 1999 से 2005 तक वनडे में टीम इंडिया की कप्तानी की थी। इस दौरान 146 मैचों में उन्होंने टीम की कमान संभाली। 76 में जीत और 65 में हार मिली। पांच मैचों में नतीजा सामने नहीं आया। टेस्ट की बात करें तो साल 2000 से 2005 तक सौरव ने 49 मैचों में कप्तानी की। इस दौरान 21 में जीत और 13 में हार मिली। 15 मैच ड्रॉ रहे।