बिलासपुर I बिलासपुर में मां-बेटी को उसके पिता ने घसीट-घसीटकर मारा, जिससे तंग आकर बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस पहले केस दर्ज करने आनाकानी करती रही। फिर अफसरों के हस्तक्षेप के बाद केस दर्ज किया, लेकिन तीन माह बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया गया है। दूसरी ओर आरोपी और उसका भाई केस वापस के लेने के लिए मां-बेटे को धमका रहे हैं। मामला सिरगिट्टी थाने का है।
सिरगिट्टी क्षेत्र की रहने वाली ममता सिंह व उसकी मां ज्योति को उसके पिता चुरावन आए दिन मारपीट करता था। 16 मार्च को भी उसने घर के सामने घसीट-घसीट कर मां-बेटी की पिटाई कर दी। इसके चलते उसकी बेटी ममता ने अपने घर में फांसी लगा ली थी। उसे फांसी के फंदे पर झूलते देख भाई राहुल और मां ज्योति ने उतारा और आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल ले गए। दो दिन बाद 18 मार्च को इलाज के दौरान ममता की मौत हो गई।
पांच साल से पिता कर रहे थे प्रताड़ित
पुलिस की जांच के दौरान ममता की मां और भाई दोनों ने पिता चुरावन पर चरित्र शंका के चलते आए दिन मारपीट करने के आरोप लगाए। उन्होंने पुलिस को बताया कि पिता की पिटाई और प्रातड़ना के चलते ही ममता ने आत्महत्या की है। इसके बाद भी पुलिस उसके खिलाफ केस दर्ज नहीं कर रही थी, तब मां ज्योति व उसके बेटे ने IG रतनलाल डांगी से शिकायत की। उनके निर्देश पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज किया।
लोकेशन बताने पर भी नहीं पकड़ा
IG ऑफिस पहुंचे राहुल और उसकी मां ने बताया कि उन्हें अब केस वापस लेने के लिए धमकी दी जा रही है। महिला घर में अकेली रहती है और बेटा काम पर चला जाता है। महिला ने बताया कि उसका ससुर और जेठ आकर धमकाते हैं। यह भी बताया कि आरोपी का लोकेशन बताने के बाद भी पुलिस उसे नहीं पकड़ रही है। उन्होंने आरोपी पिता से पुलिस की मिलीभगत होने का आरोप लगाया है।