जम्मू I जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में शिक्षा विभाग  ने सूबे में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सरकारी और निजी स्कूलों को अल्पसंख्यक छात्रों  को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कराने के निर्देश दिए हैं. यह कदम कश्मीर के अलग-अलग जिलों में एक प्रवासी स्कूल शिक्षिका, एक बैंक अधिकारी और एक प्रवासी मजदूर की हत्या के कुछ दिनों बाद उठाया है.

इसी तर्ज पर जम्मू कश्मीर के अन्य जिलों जहां पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं, उनको भी सरकार ने इसी तर्ज पर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा घाटी में बारामुला के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने शहर के पांच निजी स्कूलों और दो सरकारी उच्च माध्यमिक संस्थानों के प्रिंसिपल को लिखित आदेश देते हुए इस आदेश का पालन करने को कहा है.

अल्पसंख्यक छात्रों के लिए दिया गया ये आदेश?
सर्कुलर के अनुसार अल्पसंख्यक समुदाय (सिख / कश्मीरी हिंदू) के छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया गया है ताकि उनको जरूरी स्कूली शिक्षा की गतिविधियों के साथ फिर से जोड़ा जा सके, जब तक कि उनकी वर्तमान स्थिति सामान्य नहीं हो जाती. इस मामले में जारी ऑफिशियल लेटर में कहा गया है कि छात्रों की शिक्षा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है.

इसके अलावा उनकी सुरक्षा भी बहुत जरूरी है. इसलिए इन स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन के लिए छात्रों के अनुकूल ऑनलाइन प्लेटफार्मों का उपयोग करने के अलावा छात्रों का तत्काल डेटाबेस तैयार करने और कक्षा-वार व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के लिए कहा गया है.

क्या कहती है आधिकारिक विज्ञप्ति?
आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रत्येक विषय में छात्रों के सीखने के स्तर का आकलन वस्तुतः गूगल फॉर्म के माध्यम से किया जाना चाहिए और इसका रिकॉर्ड एक रजिस्टर में सेव करके रखना चाहिए.  जिला शिक्षा अधिकारियों ने स्कूली शिक्षकों से कहा है कि वे अपने सिलेबस के अनुसार ऑनलाइन शिक्षण और ई-सामग्री के लिए अपनी कार्य योजना पहले से तैयार करें ताकि छात्र आसानी से कॉन्सेप्ट को समझ सकें.

आदेश में कहा गया है कि छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज की जाएगी जो ऑफलाइन मोड में शामिल होंगे. सीईओ बारामूला  ने स्कूलों को इस आदेश कर पालन कर इसकी जानकारी एक दिन के भीतर सीईओ कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया है.