नईदिल्ली I राज्यसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस में खींचतान मचती दिख रही है. एक दिन पहले तक राज्यसभा चुनाव में अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए एकजुट दिख रहे कांग्रेसी महज कुछ घंटे के भीतर ही अलग-अलग सुर बोलते दिख रहे हैं. ताजा मामला पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के करौली जिले की एक सभा से जुड़ा है.
इस सभा को पहले तो सचिन पायलट ने संबोधित किया. पायलट ने मंच से उनको पूर्व डिप्टी सीएम और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पुकारे जाने पर ज़ोरदार चुटकी ली. वो बोले अभी मंच से कहा जा रहा था कि ये पूर्व वो पूर्व और कितने पूर्व लगाओगे. पूर्व डिप्टी सीएम, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरे मैं सांसद भी रहा हूं और मुझे संसद से पेंशन भी मिलती है तो पूर्व सांसद भी लगाओ. सचिन की बात पर सभा में जोरदार ठहाके सुनाई दिए.
सभा में साफ दिखी पार्टी के अंदर की गुटबाजी
कांग्रेसी गुटबाजी इस सभा में तब नजर आई जब पायलट के कट्टर समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी मंच पर भाषण देने आए. वेद प्रकाश ने तेज गर्मी का हवाला देते हुए कहा कि बाहर चालीस डिग्री तापमान तो नाप लिया, लेकिन यहां बैठे लोगों के दिल का तापमान किसी ने नहीं नापा. इसको कौन नापेगा? इसको नहीं नापा गया तो अब समय नहीं है. इसलिए जरूरी है कि पायलट साहब को लाओ और राजस्थान बचाओ.
विधानसभा चुनाव से पहले खेमों में बटी राजस्थान कांग्रेस?
वेद प्रकाश सोलंकी के इतना कहते ही सभा स्थल पर जमकर तालियां बजने लगी और लोग नारेबाजी करने लगे. पायलट समर्थक सोलंकी के इस भाषण से अब पायलट और गहलोत के बीच गुटबाजी फिर से जोर पकड़ने के आसार दिख रहे है. इससे ये भी लग रहा है कि अब तक राज्यसभा चुनाव की वजह से चुप बैठे पायलट समर्थक विधायक और नेता एक बार फिर दबाव की राजनीति का रास्ता पकड़ सकते हैं.