शनिवार को करीब-करीब दिन भर बारिश होती रही। इस बारिश ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को भिगोया और कई जगहों पर सड़कों को डुबा दिया। बारिश शुरू होने के पहले शहर में जल भराव की समस्या को लेकर नगर निगम के अधिकारी बैठकें लेते रहे। बारिश हुई तो हालात जस के तस रहे। यहां तक की जय स्तंभ चौक जो शहर का सबसे प्रमुख इलाका है यहां भी सड़क पर नदी सा नजारा था। पानी के बीच तेजी से चल रही कारें दूर से वाटर बोट लग रहीं थीं। प्रोफेसर कॉलोनी, भाठागांव, जीई रोड और कांदुल जैसे हिस्सों में सड़कें डूब गईं।

जय स्तंभ चौक
घड़ी चौक से जय स्तंभ चौक की तरफ आने वाली सड़क शहर की सबसे प्रमुख सड़क है। इसे राजधानी की पहचान के तौर पर भी देखा जाता है। करोड़ों की कर्मशियल प्रॉपटी, तहसील दफ्तर, डीकेएस अस्पताल, मॉल और दुकानें इसी सड़क पर हैं। मगर बारिश आते ही इन सब पर अव्यवस्था का बट्‌टा लग जाता है। गंदी नाली का पानी शो रूम्स में घुसता है। जल भराव इतना होता है कि चलती कारों के भीतर भी पानी रिसकर पहुंच जाता है। शनिवार को भी यही हुआ।

शहीद स्मारक के सामने डूबी सड़क।
शहीद स्मारक के सामने डूबी सड़क।

प्रोफेसर कॉलोनी
रायपुर की चुनिंदा पॉश कॉलोनियों में शुमार इस कॉलोनी में भी जल भराव होता है। नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को भी पता है मगर यहां का सिवरेज सिस्टम अब तक सुधर नहीं सका। शनिवार को भी यहां सेक्टर 3 में इतना पानी जमा हुआ कि बाइक के पहिए डूब गए। जिनके घर सड़क से लगकर थे, उनके कमरों मे नाली का बदबूदार पानी घुस आया। शाम होते-होते पानी का स्तर घटा।

हाल प्रोफेसर कॉलोनी का।
हाल प्रोफेसर कॉलोनी का।

भाठागांव
इस हिस्से में सड़कें डूब गईं। इस हिस्से से बड़ी तादाद में मजदूर शहर की तरफ काम की तलाश में रोज निकलते हैं। साइकिल से लबालब सड़ें पार करना मुश्किल था। जब सड़क से कारें गुजर रही थीं तो किनारों की दुकानों में लहर बनकर गंदा पानी दिन भर घुसता रहा।

लहरें अव्यवस्था की, तस्वीर भाठागांव इलाके की।
लहरें अव्यवस्था की, तस्वीर भाठागांव इलाके की।

कांदुल
इस जगह पर एक नाला इतना भर गया कि पूरी सड़क ही इसमें डूब गई। तेज बहाव के बीच जोखिम लोकर यहां से बाइक सवार गुजरते रहे। आस-पास मौजूद बहुत से लोगांे के प्लॉट ऐसे डूबे की घंटों तक नजर ही नहीं आए। पानी निकासी की सुविधा बेहतर न होने की वजह से हर बार यहां ऐसे हालात बनते हैं।

कांदुल इलाके की सड़क में बढ़ गया जोखिम।
कांदुल इलाके की सड़क में बढ़ गया जोखिम।

अगले साल मिल सकती है राहत
जल भराव को लेकर नगर निगम ने बारिश से पहले कुछ नालों की सफाई की थी। हालांकि शनिवार को सड़कों पर भरा पानी बता रहा था कि बंदोबस्त में कहीं न कहीं कमी ताे थी। शहर के कई रिहायशी इलाकों और जय स्तंभ चौक के जल भराव की समस्या को लेकर नगर निगम के आयुक्त मयंक चतुर्वेदी ने दैनिक भास्कर से कहा- हम इन सड़कों पर सीवरेज सिस्टम सुधारने की दिशा में काम कर रहे हैं। जय स्तंभ चौक को लेकर एक प्रोजेक्ट डिजाइन किया गया है। इस मानसून तो नहीं मगर बहुत मुमकिन है कि अगले साल उसपर काम शुरू हो।

निगम आयुक्त ने बताया कि जय स्तंभ चौक से सुभाष स्टेडियम और इंडियन कॉफी हाउस के पास से 100 मीटर के अंडर ग्राउंड पाइप लाइन डालने का प्लान है। इस प्लान का डिजाइन तैयार कर लिया गया है। बजट पर काम जारी है। हम निगम के राजस्व या शासन की मदद से इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के प्रयास में हैं। शासन को भी इसका प्रस्ताव हम भेजने पर विचार कर रहे हैं। जल्द ही इस पर हम फैसला करेंगे।