प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने बुधवार को कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके बेलघरिया में अर्पिता मुखर्जी के एक आवास से 20 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की भारतीय मुद्राएं और तीन किलोग्राम सोना बरामद कीं।

ईडी सूत्रों ने बताया कि गणना प्रक्रिया अभी जारी है और अब तक आवास के बेडरूम में एक अलमारी से 20 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई है।

ईडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘रिकवरी की गई मुद्राएं 500 रुपये और 2,000 रुपये में हैं। गिनती अभी भी जारी है और हमें उम्मीद है कि यह राशि दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज में डायमंड पार्क हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में अर्पिता मुखर्जी के आवास से 21.20 करोड़ रुपये के करीब होगी। साथ ही, हमने तीन किलो सोना बरामद किया है।’

बुधवार शाम को, केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवानों के साथ ईडी के अधिकारियों ने मुखर्जी के आवास के प्रवेश द्वार को तोड़ा और आवास के एक बेडरूम में अलमारी खोलने पर, एजेंसी के अधिकारियों ने 500 रुपये और 2,000 के नोटों के बंडलों को देखा।

ईडी ने नोटों की गिनती में मदद के लिए तुरंत कोलकाता में भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय से संपर्क किया।

आधे घंटे के भीतर, भारतीय स्टेट बैंक के चार अधिकारी चार जंबो करेंसी काउंटिंग मशीनों के साथ पहुंचे, जो एक बार में 1,000 नोट गिनने में सक्षम थे।

‘गणना में कुछ और समय लगेगा और हमें उम्मीद है कि इस रात तक प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इस हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में अर्पिता मुखर्जी के स्वामित्व वाले दो फ्लैट हैं। पहले फ्लैट में, जिसे हाल ही में खरीदा गया था और कमोबेश खाली था, हमे कुछ नहीं मिला। लेकिन दूसरे फ्लैट में हमें इतनी बड़ी नकदी और सोना मिला।’

22 जुलाई को, ईडी के अधिकारियों ने दक्षिण कोलकाता में अर्पिता मुखर्जी के डायमंड पार्क हाउसिंग कॉम्प्लेक्स स्थित आवास से 21.20 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्राएं, 70 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा और 90 लाख रुपये के सोने के गहने बरामद किए।

कई एप्पल के महंगे फोन के अलावा, कई फ्लैटों के सेल डीड और कई हाई-एंड पैसेंजर वाहनों के दस्तावेज बरामद किए गए। उस बरामदगी के तुरंत बाद, पहले पार्थ चटर्जी, (जो वर्तमान में राज्य के वाणिज्य और उद्योग मंत्री हैं) को पहले 23 जुलाई की सुबह और फिर उसी दिन दोपहर में अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया।