हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। साथ ही जोर दिया कि तंत्र उचित तरह से कार्य कर रहा था और अन्य राज्यों को केंद्र द्वारा निर्धारित कोटे के अनुसार ही ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही थी।
कोविड-19 संबंधी परिस्थितियों और मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए खट्टर ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र के साथ सपंर्क में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र द्वारा निर्धारित कोटे के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी को प्रतिदिन 140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बारे में फोन पर उनसे बात की थी और बताया था कि उनके यहां स्थिति अब बेहतर थी। हरियाणा की ऑक्सीजन इकाइयों की उत्पादन क्षमता प्रतिदिन 270 मीट्रिक टन है, जिसमें से केंद्र ने प्रतिदिन 140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दिल्ली को आवंटित की है।
अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा में भी इस महीने कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और मेडिकल ऑक्सीजन की मांग में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में हिस्सा लेने के बाद मुख्यमंत्री खट्टर ने संवाददाताओं से कहा कि बुधवार शाम को उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर बात हुई थी और उन्होंने प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया था कि वह खुद ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।
खट्टर ने कहा कि हरियाणा की तरफ से दिल्ली को प्रतिदिन 140 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी और बृहस्पतिवार को उनकी आवश्यकतानुसार 30 मीट्रिक टन अतिरिक्त आपूर्ति की गई। उन्होंने कहा कि निर्धारित कोटे के तहत हरियाणा प्रतिदिन 20 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पंजाब को दे रहा है।