नई दिल्ली |

देश में बीते हफ्ते कोरोना ने हर दिन रिकॉर्ड कायम किया और तीन लाख से नए मामले रोज दर्ज हुए। अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने से देश भर में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मच गया। हालांकि, यह कहा जा सकता है कि मौजूदा स्थिति सिर्फ ट्रेलर है क्योंकि आने वाले दिनों में भारत के अंदर हर दिन कोरोना के 6 लाख नए मामले दर्ज किए जा सकते हैं। नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल जो कि महामारी को लेकर बनाई सरकार की कोर टीम के भी सदस्य हैं, ने सुझाव दिया है कि देश को अब प्लान बी पर काम करना चाहिए। प्लान बी के तहत हर दिन 6 लाख नए कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन तैयार रखने को कहा गया है।

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, सरकार ने कोरोना की पहली लहर यानी बीते साल सितंबर में भी बुनियादी ढांचे को सुधारने पर विचार किया था। उस समय एक्सपर्ट्स की टीम ने हर दिन 3 लाख तक नए केस सामने आने का अनुमान लगाया था। उस समय देश को 1.6 लाख आईसीयू बेड, 3.6 लाख नॉन-आईसीयू बेड की जरूरत बताई गई थी। एक्सपर्ट्स ने यह भी कहा था कि 75 फीसदी नॉन-आईसीयू बेड के साथ ऑक्सीजन मुहैया करवाने की भी सुविधा होनी चाहिए।

बता दें कि देश में हर दिन कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही मौतों का आंकड़ा भी रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। भारत में रविवार को एक दिन के अंदर कोरोना के रिकॉर्ड 3 लाख 54 हजार 531 नए मामले मिले। यह किसी एक देश में एक दिन में मिले नए कोरोना संक्रमितों की विश्वभर में सर्वाधिक संख्या है। इस दौरान संक्रमण से रिकॉर्ड 2,806 लोगों की मौत हो गई। देश में एक दिन में महामारी से जान गंवाने वालों की सर्वाधिक संख्या है।

बता दें कि नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल के अंतर्गत ‘ऐम्पावर्ड ग्रुप ऑफ ऑफिसर्स’ ने 10 दिन पहले ही स्वास्थ्य मंत्रालय सहित संबंधित प्रशासन को यह आगाह कर दिया था कि 20 अप्रैल तक देश में 3 लाख कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई की जरूरत होगी। उसी दौरान यह भी बताया गया था कि अप्रैल के आखिर तक भारत में एक दिन के अंदर आने वाले कोरोना मामले 5 लाख तक पहुंच सकते हैं।