सूरजपुर। कलेक्टर रहते रणबीर शर्मा ने 22 मई को लड़कों की पिटाई की थी. घटना के बाद उनका तबादला कर दिया गया. लेकिन मामला अभी शांत नहीं हुआ है. सरगुजा कमिश्नर जिनेविवा किंडो ने आज पीड़त लड़कों से पूछताछ कर उनका बयान लिया है. हालांकि कमिश्नर ने मीडिया से दूरी बनाए रखा है और कुछ भी कहने से बच रही हैं.
दरअसल मामले की जांच के लिए सरगुजा कमिश्नर जिनेविवा किंडो सूरजपुर सर्किट हाउस पहुंची थी. पूर्व कलेक्टर रणवीर शर्मा द्वारा 13 वर्षीय नाबालिग लड़के को डंडे से पिटाई करने और एक युवक को थप्पड़ मारकर मोबाइल तोड़ने के मामले की जांच की. दोनों पीड़ित लड़कों से करीब आधे घंटे तक पूछताछ करने के बाद बयान लिया गया. इस मामले की जांच रिपोर्ट जल्द ही राज्य सरकार को सौंप दी जाएगी.
पीड़ित युवक अमन मित्तल ने कहा कि आज टीम आईं है, उनके दौरा हमें बुलाया गया था. हमने अपनी पूरी बात उन्हें बता दी है. उन्होंने हमारी पूरी बातों को ध्यान से सुना हमारे साथ जो भी हुआ था. हमने अच्छे से कमिश्नर को बता दिया है.
नाबालिग पीड़ित ने कहा कि 6 लोगों की टीम आई थी. मेरे साथ जो घटना घटी, उस पूरे बयान को टाइप किया गया है. मुझसे साइन भी कराया गया. करीब आधे घंटे तक मुझसे बात की गई. उस दिन के पूरे घटना को अच्छे से बताया गया. उस दिन मैं दवा लेने जा रहा था, तभी यह घटना हुआ था.
बता दें कि सूरजपुर जिले में लॉकडाउन के बीच 22 मई को पूर्व कलेक्टर रणबीर शर्मा खुद सड़कों पर उतरे थे. इस दौरान उन्होंने एक लड़के को थप्पड़ जड़ दिया. उसका फोन भी तोड़ दिया. उसके बाद पुलिस के जवानों से भी उसे डंडे पड़वाए थे. कलेक्टर ने खुद जवानों को मारने के निर्देश दिए.
इसके अलावा एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़का जो दवा लेने जा रहा था, उसकी भी पिटाई की गई. नाबालिग ने पूर्व कलेक्टर रणबीर शर्मा पर ही मारपीट करने का आरोप लगाया है. इस मामले की लिखित शिकायत कोतवाली थाने में की गई है. थप्पड़कांड के बाद उन्हें रणबीर शर्मा को कलेक्टर के पद से हटाकर मंत्रालय में सयुंक्त सचिव के रूप में पदस्थ कर दिया गया है.
इस दोनों मामले की जांच के लिए ही सरगुजा कमिश्नर जिनेविवा किंडो सूरजपुर पहुंची थी. कमिश्रर ने दोनों पीड़ितों का बयान लिया है. अब कमिश्नर जांच रिपोर्ट तैयार राज्य सरकार को सौपेंगी. अब देखना यह होगा कि पूर्व कलेक्टर रणबीर शर्मा पर क्या कुछ कार्रवाई होती है?