बीजिंग। चीन के वुहान में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। इसके बाद ये वायरस पूरी दुनिय़ा में फैल गया। चीन में अब नए वायरस ने दहशत मचा दी है।ये नय़ा वायरस सुअरों के अंदर पाया गया है। चीन में सूअरों के अंदर अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पहचान हुई है। इस कारण चीन में बड़ी संख्या में सूअरों की मौत हुई है। चीन के सिंचुआन प्रांत में बड़ी संख्या में सुअर अफ्रीकन स्वाइन फीवर की वजह से मर रहे हैं। इससे अफ्रीकन स्वाइन फीवर के चीन के दक्षिण इलाके में फैलने और सूअर के मांस के उत्पादन में कमी जैसी स्थितियां बन सकती है।
करीब दो साल पहले यानि 2018 में स्वाइन फीवर ने चीन के 40 करोड़ सूअर में से आधे को मार दिया था। इसी साल फरवरी में चीन में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के दो नए स्ट्रेन ने एक हजार से अधिक सूअरों को संक्रमित कर दिया। संक्रमित सभी सूअर न्यू होप लिउहे कंपनी का फार्म में पाले जा रहे थे। चीन के दक्षिण-पश्चिमी सिचुआन प्रांत में 4.8 करोड़ सुअरों के मांस उत्पादन किया जाता है।यह चीन के कुल सूअरों के मांस उत्पादन का 9 फीसद उत्पादन करता है। अधिकारियों के मुताबिक, सिचुआन प्रांत में हालात फिलहाल बेकाबू हैं।
हालांकि, यह संक्रमण अभी सीमित है लेकिन अगर यह तेजी से फैलता है तो इसका दुनिया में सूअर के सबसे बड़े उत्पादन और कंज्यूमर पर बुरा असर पड़ सकता है। दो साल पहले अफ्रीकन स्वाइन फीवर के आने के कारण चीन ने करीब 40 करोड़ सूअरों में से आधे को मार दिया गया था। पहले से ही पोर्क की कीमत आसमान छू रही है और कोविड-19 महामारी के चलते वहां पर खाद्य संकट भी पैदा हो चुका है।
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि स्वाइन फीवर चूंकि इंसान के लिए घातक नहीं है, इसलिए इसकी कोई वैक्सीन नहीं है।