रायपुर,22 जून 2021। उत्तर छत्तीसगढ़ के गाँव चेरा में खाप पंचायत की तर्ज़ पर दबंगों के बीते 15 जून को पंडो जनजाति के ग्रामीणों जिनमें नाबालिग शामिल थे उनकी पेड़ से बांधकर पिटाई करने के मामले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के ट्वीट पर बवाल मचने के बाद खेद जताते हुए ट्वीट डिलीट कर दिया गया।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस की ओर से किए गए ट्वीट में इस घटना को लेकर यह लिखा गया कि घटना पंद्रह जून को हुई और 24 घंटे के भीतर दस आरोपियों को हिरासत में जेल भेजा गया। तथ्यात्मक रुप से यह बात ही ग़लत थी लेकिन जिस मसले पर बवाल हुआ वह ट्वीट का वह हिस्सा था जिसमें लिखा गया “लेकिन यह प्रश्न बड़ा है कि घटना हो जाने और आरोपियों को जेल भेजने के 1 हफ़्ते बाद यह वीडियो अचानक से किन षड़यंत्रकारी लोगों ने सरकार को बदनाम करने की मंशा से जारी किया? कौन है वो लोग जो आदिवासियों के बीच डर फैलाना चाहते हैं जिससे नक्सलियो को बल मिले? इसके पीछे कौन ताक़तें है?”

दरअसल यह घटना पंद्रह जून को घटी थी और पंडो आदिवासियों को इस आरोप पर पीटा गया कि उन्होंने कथित तौर पर तालाब से मछलियाँ चुराईं। पीटने वाले गाँव के प्रभावशाली लोग थे। पंद्रह जून की इस घटना को लेकर किसी की हिम्मत नहीं हुई कि थाने तक पहुँच पाएं। कलअचानक इस घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो गया और तब पुलिस ने गाँव पहुंच पीड़ितों को तलाशा.. और बहुत हिम्मत दिलाने पर उनसे FIR कराई गई।यह FIR कल दर्ज हुई। पुलिस का दावा है कि कल ही सभी नामज़द आरोपियों को गिरफ़्तार कर जेल दाखिल करा दिया गया है।